रेवाड़ी,
सेवा, सुरक्षा व सहयोग का ढिंढ़ोरा पिटने वाली रेवाड़ी पुलिस के दामन पर देश की सेवा कर लौटे जवान पर जुल्म ढहाने के आरोप लगे हैं। सेना के जवान पर पुलिस ने थर्ड डिग्री टॉर्चर किया, जिसके निशान उसके शरीर पर दिखाई दे रहे है। वहीं मामला मीडिया में आने के बाद बर्बरता का चेहरा दिखाने वाली पुलिस अपने बचाव में दलीले दे रही है। पीड़ित पूर्व सैनिक ने एसपी राजेश दुग्गल को आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की शिकायत दी है।
जाटूसाना थाना क्षेत्र के गांव बाबड़ौली निवासी राजेन्द्र का पुत्र सुनील कुमार पिछले कई वर्षो से आर्मी में तैनात था। इसी साल 31 जनवरी को वह रिटायरमेंट लेकर अपने घर पहुंचा था। उसके दो भाई भी आर्मी में रह कर देश सेवा में लगे हुए है। सुनील ने बताया कि सोमवार की रात पत्नी के साथ उसकी मामूली कहासुनी हो गई थी। उसकी पत्नी ने अपने मायके वालों को फोन कर दिया। उसके बाद मायके पक्ष के लोग जाटूसाना थाना पुलिस को साथ लेकर पहुंच गए। उस समय सुनील अपने बच्चों को पढ़ा रहा था। पुलिस ने बगैर किसी पूछताछ के सीधे घर में सुनील की पिटाई शुरू कर दी। उसके बाद उसे थाने लेकर आया गया, जहां उसकी एेसी ‘सेवा’ हुई कि उसके बाद उसकी रूह कांप गई। मायके पक्ष के लोग उसे थाने में छोडक़र चले गए और रात में पुलिस ने शराब के नशे में उसपर जमकर जुल्म किए।
सुनील का आरोप है कि थाने में पहले तो उसकी थप्पड़-मुक्कों से पिटाई की गई। उसके बाद एक कमरे में बंद कर दिया गया। रात के समय थाने में तैनात दो एएसआई उसके कमरे में पहुंच गए। पहले दोनों ने जमकर शराब की और उसके बाद शराब खत्म होते ही दोनों ने नीचे दबाकर लाठी-डंडों से उस पर जमकर वार किए। जब तक उसके पूरे शरीर पर निशान नहीं पड़ गए उसे सोने नहीं दिया गया। सुनील पूरी रात कमरे में ही तड़पता रहा और पुलिसकर्मी रात के समय चैन की नींद सो गए।
सुनील ने बताया कि सुबह जब पुलिस कर्मी उठे तो उसके शरीर पर निशान देख वह भी दंग रहे गए। आनन-फानन में उसे कपड़े पहनाए और फिर इसको लेकर मुंह खोलने पर किसी झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दी। बाद में उसे पुलिस कर्मी डीएसपी ऑफिस भी लेकर पहुंचे, जहां से उसे छोड़ दिया गया।