पटना,
निपाह वायरस को लेकर देश के कई राज्यों में अलर्ट जारी किया जा चुका है। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसको लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग देश के कोने-कोने में रहते हैं और अभी ये वायरस केरल में पाया गया है ऐसे में सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है।
नीतीश ने कहा कि इस वायरस से बचने के लिए जागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस केले में दाग आ गया हो या फिर जो केरल से आया हो उसे नहीं खाना चाहिए। उन्होंने कि कोई आम अगर पेड़ से गिरा हो उसे नहीं खाना चाहिए। उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य विभाग को तत्काल लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की बात कही।
क्या है निपाह वायरस ?
निपाह मनुष्यों और जानवरों में फैलने वाला एक गंभीर इंफेक्शन (वायरस) है। यह वायरस एन्सेफलाइटिस का कारण होता है, इसलिए इसे ‘निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस’ भी कहा जाता है। ‘निपाह वायरस’ हेंड्रा वायरस से संबंधित है। यह इंफेक्शन फ्रूट बैट्स के जरिए फैलता है।
शुरुआती जांच के मुताबिक खजूर की खेती से जुड़े लोगों को ये इंफेक्शन जल्द ही अपनी चपेट में ले लेता है। इस वायरस की वजह से 2004 में बांग्लादेश में काफी लोग प्रभावित हुए थे। पहले इसका असर सुअरों में भी देखा गया था।
निपाह वायरस के लक्षण
इस वायरस से प्रभावित लोगों को सांस लेने की दिक्कत होती है फिर दिमाग में जलन महसूस होती है। वक्त पर इलाज नहीं मिलने पर मौत भी सकती है। इंसानों में निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से ब्रेन में सूजन आ जाती है। बुखार, सिरदर्द, चक्कर आना शुरुआती लक्षणों में पाया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक कुछ मामलों में 24-28 घंटे के अंदर लक्षण बढ़ने पर मरीज कोमा में भी चला जाता है।