यमुनानगर,
पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया और उनके परिवार के सात लोगों के हत्यारे दामाद संजीव एक बार फिर पुलिस प्रशासन के सिरदर्द बन गया है। पुलिस उसे खोजने के लिए खाक छान रही है और उनका कहीें कोई पता नहीं चल रहा है। संजीव कुरुक्षेत्र जेल से करीब दो हफ्ते की पैरोल पर आया था। बीते 31 मई को वह वापस नहीं पहुंचा। पुलिस ने यमुनानगर के गांव चंगनौली में छापा मारा लेकिन वह वहां नहीं मिल पाया।
जानकारी के अनुसार रेलूराम पूनिया हत्याकांड के दोषी दंपती संजीव और सोनिया इससे पहले फरीदाबाद जेल में बंद थे। वहां संजीव ने पैरोल के लिए आवेदन किया था। बाद में उसे कुरुक्षेत्र की जेल में भेज दिया गया। मई माह में 14 दिन के लिए संजीव को पैरोल मिली थी और 31 मई को उसे जेल में वापस लौटना था, लेकिन वह नहीं पहुंचा। बिलासपुर थाने में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि हिसार के विधायक रहे रेलूराम पूनिया व परिवार के आठ सदस्यों की 24 अगस्त 2001 को हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य हत्याकांड को उनके दामाद संजीव और बेटी सोनिया ने अंजाम दिया था। बाद में दोनों को फांसी की सुजा सुनाई गई, जिसे राष्ट्रपति ने उम्रकैद में बदल दिया था।