नई दिल्ली,
राजधानी एवं अन्य सुपरफास्ट रेल गाड़ियों में रेल नीर की बजाए सस्ता पानी बेचने के मामले में धन शोधन की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने कहा है कि इसने केटरिंग कंपनियों की 17.55 करोड़ रूपये की संपत्ति जब्त की है। जांच एजेंसी ने कहा है कि इसने इन कंपनियों की संपत्ति जब्त करने संबंधी औपबंधिक आदेश धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जारी कर दिये हैं। इनमें मेसर्स आर के एसोसिएट्स तथा होटेलियर्स प्राइवेट लिमिटेड , मेसर्स सत्यम केटररर्स प्राइवेट लिमिटेड तथा पांच अन्य कंपनियां शामिल हैं।
एजेंसी ने बयान जारी कर कहा, ‘‘ जांच के दौरान , यह स्पष्ट हो गया कि उपरोक्त लाइसेंसधारकों ने अन्य ब्रांडों के पैक किए गए पेयजल की ट्रेनों में आपूर्ति के बदले रेलवे विभाग से प्राप्त धनराशि का शोधन किया था, जो एक अपराधिक आय थी। ’’ इसमें कहा गया है कि जांच के दौरान सात लाइसेंस धारकों की चल संपत्ति की उनके बैंक खातों तथा सावधिक जमा राशि के रूप में पहचान की गयी और पीएमएलए के प्रावधानो के तहत उसे जब्त कर लिया गया।
जिन कंपनियों की पहचान की गयी थी उसमें मेसर्स आर के एसोसिएट्स एवं होटेलियर्स प्राइवेट लिमिटेड , मेसर्स ब्रंदावन फूड्स प्रोडक्ट लिमिटेड , मेसर्स सत्यम केटररर्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स फूड वर्ल्ड , मेसर्स आर डी शर्मा, मेसर्स पी के डेलिकेसीज तथा मेसर्स दून केटरर शामिल है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की प्राथमिकी के आधार पर निदेशालय ने एक केस दर्ज किया था।
यात्रा के दौरान मिलेगी ये नई सुविधाएं
आपको बता दें कि रेलवे ने यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए दो नए ऐप लॉन्च किए हैं। इन ऐप के जरिए यात्रा के वक्त किसी भी तरह की तकलीफ नहीं होगी। साथ ही खान-पान की व्यवस्था में भी सुधार होगा। सोमवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल और राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने दोनों ऐप को लॉन्च किया। रेलवे की इन दो नई ऐप में पहली है ‘रेल मदद’ और दूसरी ‘मेन्यू ऑन रेल’। ऐप को लॉन्च करने के पीछे रेलवे का मकसद बेहतर सुविधा प्रदान करना है।
क्या है ‘मेन्यू ऑन रेल’ ऐप की खासियत
‘मेन्यू ऑन रेल’ ऐप के जरिए सफर के दौरान यात्री खाने-पीने की चीजों के बारे में सभी जानकारी ले सकेंगे। ‘मेन्यू ऑन रेल’ ऐप की मदद से यात्री यह जान पाएंगे कि ट्रेन में खाने के लिए क्या-क्या उपलब्ध है। सामान के साथ-साथ उनकी कीमत भी बताई जाएगी। ऐप का इस्तेमाल करते हुए यात्री को पहले यह सिलेक्ट करना होगा कि वह किस ट्रेन में सफर कर रहा है, जैसे राजधानी, शताब्दी, दूरंतो, गतिमान या फिर तेजस। इसके हिसाब से उपलब्ध खाना दिखाया जाएगा।
मदद ऐप की खासियत
वहीं, ‘मदद’ ऐप से रेल संबंधी किसी भी शिकायत को दर्ज कराया जा सकेगा। रेलवे ने पिछले महीने इन दोनों ऐप को लॉन्च करने की घोषणा की थी। रेलवे ने यात्रियों की शिकायत दर्ज करने और समस्या हल करने के लिए ‘मदद’ नाम का ऐप लॉन्च किया है। ऐप एंड्रॉयड व आईओएस यूजर्स के लिए उपलब्ध हैं। इन्हें गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।