लखनऊ,
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप की तुलना अकबर से करते हुए कहा कि वह महान शासक थे न कि अकबर। उन्होंने कहा कि अकबर सिर्फ यही चाहता था कि महाराणा प्रताप उनको एक बार बादशाह मान लें। उस दौर के कई लोगों ने अपने स्वाभिमान को गिरवी रखकर ऐसा कर भी लिया था।
उन्होंने आगे कहा कि इन लोगों ने भी महाराणा को इसके लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन स्वधर्म और स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति प्रताप ने कहा कि एक विदेशी, विधर्मी और तुर्क को मैं जीते-जी बादशाह नहीं मान सकता हूं।
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अवध प्रहरी पत्रिका के महाराणा प्रताप पर केंद्रित युवा शौर्य विशेषांक का विमोचन करने पहुंचे थे। इस अवसर पर योगी ने कहा, ‘अकबर ने महाराणा प्रताप से कहा था कि वह उनको बादशाह मान ले। इसके बाद वह कभी उनके साम्राज्य मेवाड़ पर दखल नहीं देगा लेकिन महाराणा प्रताप ने कहा कि हम एक विधर्मी और एक विदेशी को अपने शासक के रूप में स्वीकार नहीं कर सकते। महाराणा प्रताप ने साबित कर दिया था कि वह वाकई में महान है न कि अकबर।’
उन्होंने कहा कि महाराणा का यह जज्बा आज के समय में और प्रासंगिक है। गोमतीनगर के आईएमआरटी कॉलेज परिसर में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के कारण समाज को अलग-अलग जातियों में बांटने की साजिश में लगे हैं। यह खुद को मजबूत करने की कीमत पर विराट हिंदू समाज को कमजोर करने की साजिश है। ऐसे लोगों को सच बताने और जोड़ने की जरूरत है।