आदमपुर (अग्रवाल)
आदमपुर के एक निजी अस्पताल में हरनिया के ऑप्रेशन के बाद गांव ढांड निवासी सीताराम के डेढ़ साल के लडक़े दीपांशु की मौत के मामले में रविवार को दूसरे दिन भी ग्रामीणों ने धरना देकर नारेबाजी की। परिजनों की मांग थी कि आरोपी चिकित्सक के खिलाफ कड़ी से कड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज होना चाहिए ताकि भविष्य में किसी मरीज के साथ ऐसा ना हो पाए। इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीणों को समझाने के लिए जिला पार्षद हंसराज जाजूदा व कई सरपंच पहुंचे लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे। मजदूर यूनियन के प्रधान नागरमल ने कहा कि यह डॉक्टर पहले भी कई बार इस तरह की गलतियां कर चुका है जिससे कई लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन प्रशासनिक अधिकारी पैसे लेकर मामले को दबाते रहे हैं इसलिए उनकी मांग है कि इस मामले की गहराई से जांच की जाए ताकि दोषी को सजा मिल सके।
धरने के दौरान कई बार महिलाएं बेहोश हो गई जिन्हें अन्य महिलाओं ने संभाला। मृतक दीपांशु की मां कविता की हालत बिगडऩे के चलते पास ही अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि भूखे-प्यासे रहने के चलते परिजनों की हालत बिगड़ रही है और पुलिस उनकी कोई सुनवाई नही कर रही है।
इसके बाद नायब तहसीलदार ललित जाखड़ और थाना प्रभारी सुनील कुमार ने परिजनों को पोस्टमार्टम मेें हो रही देरी के बारे में बताते हुए रोहतक पीजीआई में पोस्टमार्टम करवाने की बात कही। आश्वासन पर दोपहर करीब दो बजे ग्रामीणों व परिजनों ने अपना धरना समाप्त किया। थाना प्रभारी ने बताया कि रोहतक पीजीआई में मृतक दीपांशु के शव का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल द्वारा किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। शनिवार रात को पुलिस ने आरोपित डा.कृष्ण कुमार के खिलाफ धारा 304ए के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
हिसार करवाया पोस्टमार्टम
आदमपुर से जाने के बाद परिजनों ने दीपांशु के शव का पोस्टमार्टम रोहतक की बजाए हिसार के नागरिक अस्पताल में करवाया। जहां चिकित्सकों के गठित बोर्ड ने बालक के शव का पोस्टमार्टम किया। शाम को गांव ढांड में गमगीन माहौैल में बालक के शव का अंतिम संस्कार किया गया।