हिसार,
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर किरमारा के आवश्यक चलते देश से बाहर होने के कारण संगठन का कामकाज अब राज्य वरिष्ठ उप प्रधान कुलदीप पाबड़ा व महासचिव आजाद सिंह गिल देखेंगे। इस संबंध में गत दिवस दलबीर किरमारा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुलदीप पाबड़ा व आजाद सिंह गिल को कार्यभार सौंपने का निर्णय लिया गया।
इस संबंध में हुई बैठक में विचार रखा गया कि हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर किरमारा आवश्यक कार्य के चलते विदेश में अपने बेटे के पास जा रहे हैं। ऐसे में संगठन का कार्य सुचारू रूप से चलाने के लिए वरिष्ठ उप प्रधान कुलदीप पाबड़ा व महासचिव आजाद सिंह गिल को कार्यभार सौंपा गया। दलबीर किरमारा दो माह के लिए अपने बेटे के पास विदेश गये हैं और 15 अगस्त के आसपास स्वदेश लौटेंगे।
ऐसे में संगठन की गतिविधियां सुचारू ढंग से चलाने व कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं पर संगठन की आवाज बुलंद करने के लिए राज्य वरिष्ठ उप प्रधान व महासचिव को कार्यभार सौंपने का निर्णय लिया गया, जिसका सर्वसम्मति से समर्थन किया गया।
राज्य वरिष्ठ उप प्रधान कुलदीप पाबड़ा व महासचिव आजाद सिंह गिल ने कहा कि राज्य प्रधान की अनुपस्थिति में उन्हें जो जिम्मेवारी सौंपी गई है, उस पर वे खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। कर्मचारियों व संगठन पदाधिकारियों के सहयोग से इस दौरान यदि किसी तरह के आंदोलन की जरूरत महसूस हुई तो संगठन पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार वादाखिलाफी करके कर्मचारियों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रही है।
सरकार ने अब तक जितनी बार भी कर्मचारी संगठनों से बातचीत की है, उन पर अमल नहीं किया बल्कि हर बार आश्वासन देकर टरकाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने सहमत हुई मांगों को पूरा करने की दिशा में कदम नहीं उठाया तो आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी और यदि जरूरी हुआ तो आंदोलन का ऐलान कर दिया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी।
उन्होंने कहा कि बार-बार हो रहे कर्मचारी आंदोलनों के लिए सरकार की वादाखिलाफी व टरकाऊ रवैया जिम्मेवार है, जबकि आमतौर पर हड़ताल या किसी आंदोलन के लिए कर्मचारियों को जिम्मेवार ठहरा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जनता भी सरकार की इस नीति को समझें और रोडवेज को बचाने के संघर्ष में कर्मचारियों का साथ दें।