आदमपुर (अग्रवाल)
आदमपुर में गुरुवार शाम को तेज बरसात नेपाल निवासी भीम के लिए कहर बनकर आई। तेज बरसात से गांव मोडाखेड़ा में मुर्गा फार्म हाऊस की छत गिरने से जहां मां-बेटे की मौत हो गई वहीं पिता व बेटा-गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जाता है कि बरसात से मुर्गों को बचाने के लिए चारों जुटे थे और इतने में छत आ गिरी। घटना की सूचना मिलते ही आदमपुर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली।
जानकारी के अनुसार गांव के मुर्गा फार्म हाऊस में भीम (42) अपनी पत्नी दीपा (40) और दोनों बेटे रत्न (10) व कर्ण (8) के साथ करीब 6 माह से मजदूरी का काम करता था। शाम को तेज बरसात आने पर चारों मुर्गों को पानी से बचाने के लिए फार्म हाऊस में थे। इतने में अचानक छत आ गिरी। लोहे के गार्डर व मलबा गिरने से मां दीपा बेटे रत्न की मौके पर ही मौत हो गई जबकि भीम व छोटा बेटा कर्ण घायल हो गए। पास ही खेत में काम कर रहे शिक्षक बंसीलाल सिंवर ने बताया कि तेज बरसात के साथ छोटे-छोटे ओले भी गिर रहे थे।
करीब 6 बजे भीम चिलाता हुआ फार्म हाऊस से बाहर निकाला। वो कुछ समझ पाते भीम के साथ अंदर चले गए। इतने में देखते ही देखते गार्डर गिरने लगा तो वो दीवार की तरफ हो गए। इसके बाद फोन पर इसकी सूचना सरपंच प्रतिनिधि महेंद्र सिंह और अन्य ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही भारी संख्या में ग्रामीण मौैके पर जमा हो गए और गंभीर रूप से घायल मां-बेटे को आदमपुर और बाप-बेटे को अग्रोहा ले जाया गया।
आदमपुर नागरिक अस्पताल के डा.नरेंद्र कौशिक ने बताया कि उन्होंने मां बेटे को बचाने का पूरा प्रयास किया लेकिन उनकी पहले ही मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही आदमपुर थाने से एएसआइ कृष्ण कुमार और साहबराम मौके पर पहुंचे और घायल भीम के बयान दर्ज किए। गांव के सरपंच अशोक कुमार ने बताया कि भीम के परिवार को बचाने के लिए पूरा गांव तेज बरसात में उमड़ पड़ा लेकिन मां-बेटे को बचाया नही जा सका। शुक्रवार को दोनों के शवों का हिसार नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम किया जाएगा।