मौजूदा तालमेल कमेटी को बताया केवल नेताओं का तालमेल, कर्मचारियों का करवा रहे शोषण
एसोसिएशन बोली, कर्मचारियों की भलाई के लिए किसान मोर्चा की भांति सांझा मंच बनाएं यूनियने
हिसार,
हिसार में रोडवेज महाप्रबंधक के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार करके रोडवेज तालमेल कमेटी गठित करने के प्रयासों को मिनीस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन ने करारा झटका दिया है। मिनीस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन की हिसार डिपो कमेटी ने तालमेल कमेटी का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया है। साथ ही एसोसिएशन ने दो जनवरी को डिपो महाप्रबंधक के घेराव या चक्का जाम में हिस्सा लेने से भी दूरी बना ली है।
एसोसिएशन के हिसार डिपो चेयरमैन सुभाष ढिल्लो एवं प्रधान पवन बूरा ने जारी बयान में कहा है कि हिसार डिपो में तालमेल कमेटी कर्मचारियों की न होकर कुछ नेताओं का तालमेल बनकर रह गया है। उन्होंने गत 16 दिसम्बर को हिसार डिपो के महाप्रबंधक के साथ हुई कमेटी की वार्तालाप की निंदा की और कहा कि इस बातचीत में तालमेल कमेटी नेताओं ने कर्मचारियों की समस्याओं का हल करवाने की बजाय नाजायज तबादले या समायोजन करवाने के नाम पर कर्मचारियों पर नाजायज दबाव बनाकर उनका शोषण करने का प्रयास किया। बातचीत में तालमेल कमेटी नेताओं ने महाप्रबंधक से तबादला किये गए कर्मचारियोें के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए दबाव डाला। इस प्रकार तालमेल कमेटी द्वारा कर्मचारियों को तंग व परेशान करने के लिए बनाए गए तालमेल से हरियाणा रोडवेज मिनीस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन की हिसार डिपो इकाई ने खुद को अलग करने का निर्णय लिया है।
चेयरमैन सुभाष ढिल्लो एवं प्रधान पवन बूरा ने कहा कि हिसार डिपो की तालमेल कमेटी का कर्मचारियों की समस्याओं सेे कोई लेना—देना नहीं है। यदि कर्मचारी संगठनों को वास्तव में कर्मचारियों की समस्याओं को हल करवाने की चिंता है तो खुले दिल से एक मंच पर आकर किसान मोर्चा की भांति सभी संगठनों का सांझा मंच तैयार करना चाहिए जिसमें राजनीति चमकाने की बजाय अपना—अपना स्वार्थ छोड़कर कर्मचारियों की समस्याओं को हल करवाने के लिए संघर्ष व आंदोलन प्राथमिकता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि तबादला या समायोजन करना प्रशासन का कार्य है लेकिन यदि प्रशासन द्वारा तबादला या समायोजन के नाम पर किसी कर्मचारी को तंग किया जाता है तो एसोसिएशन इसका पुरजोर विरोध करेगी और व्यक्तिगत स्तर पर उसे ठीक करवाया जाएगा।
चेयरमैन सुभाष ढिल्लो एवं प्रधान पवन बूरा ने कहा कि हिसार डिपो में पिछले कुछ दिनों से सीनियर व जूनियर का राग अलाप कर एक—दूसरे संगठन पर निशाने साधे जा रहे हैं। इससे कर्मचारियों में कटुता पैदा होती है और उनका शोषण होता है जो सही नहीं है। कर्मचारी संगठनों को अपने दायरे में रहकर संघर्ष करना चाहिए। यदि किसी कर्मचारी नेता की किसी अन्य कर्मचारी नेता से उलझन, मनमुटाव या विरोधाभास है तो उसे व्यक्तिगत स्तर पर निपटाने का प्रयास करना चाहिए ना कि सांगठनिक स्तर पर इसे हवा देनी चाहिए। हिसार डिपो के कर्मचाारी आपस में प्रेम प्यार व आपसी भाइचारे के साथ रहते हैं और कर्मचारियों का भाईचारा भविष्य में भी बनाकर रखा जाएगा।