हिसार

हिसाब मांगने के लिए सेक्टरवासी बैठे अनशन पर, पूर्व मंत्री पहुंची समर्थन देने

हिसार,
सेक्टरों में गलत ढंग से डाली गई इन्हासमेंट के खिलाफ चल रहे आंदोलन की कड़ी में सोमवार को भारी संख्या में सेक्टरवासी हुडा कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों से दोबारा गणना करवाने बारे जवाब मांगा। यहां पहुंचे हर सेक्टरवासी व मुख्य वक्ताओं ने जहां सरकार व हुडा के उच्चाधिकारियों को कोसा वहीं आंदोलन को तारपीड़ों करने वाले दूसरे गुट को भी निशाने पर रखा और उनसे सवाल किया कि पहले वे सेक्टरवासियों को अपना परिचय दें कि वे कौन है और किसके सहयोग से आंदोलन चला रहे हैं। साथ ही सरकार व कॉन्फिड्रेशन की संयुक्त प्रेस कॉन्फेस करने वाले नेताओं का सरकार में क्या पद है, इसका ब्यौरा भी सेक्टरवासियों को दिया जाए।

इन्हासमेंट के खिलाफ संघर्ष कर रहे सेक्टरवासियों के आंदोलन को उस समय मजबूती मिली जब पूर्व मंत्री श्रीमती सावित्री जिंदल ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समर्थन दिया और यह इन्हासमेंट वापिस लेने की मांग की। इसके अलावा सेक्टर 3-5 के प्रधान कर्नल चन्द्र रेड्डू, कुलदीप वत्स, अर्बन एस्टेट के प्रधान रामनिवास गोयल आदमपुरिया, सेक्टर 9-11 के प्रधान प्रवीण जैन, सुभाष जैन, डीपी गुप्ता, सेक्टर 13 के प्रधान अमरलाल बूरा, सेक्टर 14 के सह सचिव संदेश शर्मा तथा मेला ग्राऊंड से विनोद तोषावड़ ने भी मौके पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया। एकत्रित सेक्टरवासियों की तरफ से 7 सदस्यीय समिति ने फैसला लेते हुए हुडा प्रशासक को ज्ञापन देकर दोबारा गणना के लिए मुख्यमंत्री से बातचीत करवाने के लिए ज्ञापन सौंपा वहीं साथ ही फैसला लिया कि मंगलवार से हर कार्यदिवस में 11 व्यक्ति सुबह से शाम तक क्रमिक अनशन पर बैठेंगे और यदि इस सप्ताह सरकार व उच्चाधिकारियों ने दोबारा गणना बारे कोई फैसला नहीं लिया तो अगले सप्ताह और कड़े आंदोलन पर विचार किया जाएगा।

पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार सेक्टरवासी भारी संख्या में हुडा कार्यालय पहुंचे। कुछ लोगों द्वारा सरकार द्वारा मांग मान लिए जाने से संबंधी प्रचार को भ्रामक बताते हुए सेक्टरवासियों ने ऐसे लोगों को आड़े हाथों लिया और कहा कि ऐसे लोग सेक्टरवासियों का भला नहीं चाहते। सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान जितेन्द्र श्योराण ने इस अवसर पर कहा कि सरकार द्वारा मांग मान लिये जाने के भ्रामक प्रचार के बावजूद भारी संख्या में हुडा कार्यालय पहुंचकर सेक्टरवासियों ने अपनी एकजुटता दर्शाई है। उन्होंने कहा कि आंदोलन से एक दिन पहले सरकार द्वारा मांग मान लिये जाने की बात कहने से स्पष्ट है कि कुछ लोग किसके इशारे पर चल रहे हैं और वे सेक्टरवासियों को लाखों का नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, जो निंदनीय है।

उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सेक्टरवासियों को नुकसान पहुंचाना कतई उचित नहीं है और ऐसे लोगों को सोचना चाहिए कि वे क्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेक्टरवासियों के हितों के लिए वे किसी भी संघर्ष से नहीं डरेंगे और जो लोग उन पर राजनीति करने व विधायक का चुनाव लडऩे का प्रयास करने की का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें यह बता देना चाहते हैं कि ये आंदोलन सेक्टरवासियों का है और सेक्टरवासी उन्हें किसी चुनाव में उतारना चाहते हैं तो वे उतरने को तैयार है लेकिन इतना तय है कि सेक्टरवासियों का नुकसान नहीं होने देंगे और न ही किसी राजनीतिक दल के हाथों का खिलौना बनेंगे। उन्होंने सरकार व कॉन्फिड्रेशन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सरकार का कद इतना छोटा हो गया है कि वह कॉन्फिड्रेशन के बैनर के नीचे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। यही नहीं, सरकार की तरफ से झूठा आश्वासन देने वाला व्यक्ति यह स्पष्ट करें कि सरकार में उसका पद क्या है।

इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा उप प्रधान कृष्ण संधू, सह सचिव मुलखराज मेहता, प्रेस सचिव शिशुपाल सैनी, सुजान सिंह बैनीवाल, त्रिलोक बंसल, ओपी चावला, चन्द्र कटारिया, पीपी अरोड़ा, हंसराज ठकराल, मनविन्द्र सेठी, दलबीर ढुल, यशपाल सपरा, घनश्याम गोयल, आरपी गोयल, पंकज जैन, राजाराम गोदारा, आरपी सोनी, एसके भारद्वाज, सूबेसिंह लाठर, दयानंद मेहता, भानीदेवी, बीरमति, बिदामो, सुषमा मलिक व उर्मिला दहिया सहित 500 से अधिक सेक्टरवासी मौजूद थे।

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