फ़तेहाबाद (साहिल रुखाया)
भले ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य विभाग के सुधार और सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीज़ों को बढ़िया इलाज व अनेक सुविधाएँ देने की बात करते हो लेकिन यहाँ इलाज की जगह धक्के मिल रहे है.. जी हां, भट्टू कलाँ के उप स्वास्थ्य केन्द्र में ऐसा ही होता है।
मामले के अनुसार बच्ची को इंजेक्शन लगवाने आई महिला के साथ पहले तो दुर्व्यवहार किया गया, फिर उसे धक्के देकर बाहर निकाल दिया गया। पीड़ित महिला ने मामले शिकायत जिला उपायुक्त व एसएमओ को देकर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
भट्टूकलां निवासी राहूल शर्मा ने बताया कि वह और उसकी मम्मी मेरी 25 दिन की नवजात भांजी को भट्टूकलां गांव में उप स्वास्थ्य केन्द्र पर बुधवार को बीसीजी का टीका लगवाने के लिए गए थे। वहां कार्यरत एएनएम शकुन्तला ने टीका लगाने से साफ इंकार करते हुए कहा कि 20 बच्चे होंगे तभी टीका लगेगा। जब उन्होंने इस बारे में विभाग का कोई निर्देश दिखाने के बारे में कहा तो उसने उन्हें अपशब्द कहते हुए कहा कि तुम्हें जो कार्यवाही करनी है कर दो। मैं तुम्हारे बाप की नौकर नही हूं। इतना कह कर अवेश में आकर उक्त नर्स ने मेरी मम्मी को धक्का देकर बाहर निकालने की कोशिश की तथा गाली—गलोच भी करने लगी। धक्का मुक्की में उसकी भांजी की जान भी जा सकती थी।
शिकायतकर्ता ने कहा कि एक तरफ जहां सरकार बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं का अभियान चला रही है। वहीं सरकारी कर्मचारी इस अभियान को ठेंगा दिखाकर मरिजों के साथ दुर्व्यवहार कर सरकार को बदनाम कर रही है। इस प्रकरण की पूरा वीडियो भी वायरल हो रही है। वीडियो में आरोपी नर्स सरेआम दुर्व्यवहार करते हुए बच्ची व महिला को आवेश में आकर धक्का देती दिखाई दे रही है।
बुधवार को वायरल हुई इस वीडियों की पूरी चर्चा पूरे क्षेत्र में फैल गई। आमजन ने इसकी भर्त्सना की है तथा प्रशासन से इस प्रकार के कर्मचारियों के साथ सख्त कानून कार्यवाही करने की मांग की है। इस बारे में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की एसएमओ डा. सुजाता बंसल ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और वीडियो भी देखा है। इसमें आरोपी एएनएम पर जो भी उचित कार्यवाही होगी उच्चाधिकारियों से विचार कर कार्यवाही की जाएगी।