हिसार

आलीशान आशियाना होने बाद भी बारिश में बैठ अनशन करने को मजबूर

हिसार,
इन्हासमेंट के खिलाफ सेक्टरवासियों की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन की कड़ी में चल रहा अनशन शुक्रवार को बरसात के बावजूद जारी रहा। सेक्टरवासियों ने सरकार एवं हुडा प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए इन्हासमेंट की दोबारा गणना करवाने तथा गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग दोहराई। साथ ही हिसार के विधायक एवं सरकार से जुड़े अन्य प्रतिनिधियों की बेरूखी के प्रति भी सेक्टरवासियों ने रोष जताया।

अनशन पर बैठने वालों में रतन सिंह भानखड़, डॉ. सुरेश चोपड़ा, पीपी अरोड़ा, सुगन चंद, राजेंद्र सिंह, साईं सत्यवीर सिंह व दयानंद मेहता शामिल रहे। इसके अलावा एसोसिएशन की एंटी इन्हासमेंट मैनेजमेंट कमेटी, गणना कमेटी व सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मौके पर रहकर धरने व अनशन का संचालन किया, जिनमें मुख्य रूप से सह सचिव मुलखराज मेहता, बीएस कुंडू, चरणजीत वासुदेवा, करतार सिंह श्योराण, जगन्नाथ, एचसी दुआ, कृष्ण झाझडिय़ा, डा. राजीव बुडानिया, कश्मीरी लाल, इंद्र कुमार, जयकिशन शर्मा, हंसराज ठकराल, मदनलाल अरोड़ा, आरके गोयल, सत्यनारायण गोयल, मनविंदर सेठी, आर सोनी, इंद्र सिंह लोहान, भानी देवी, कमलेश मलिक, उर्मिला दहिया, भागवंती, सुषमा मलिक, रोशनी दलाल, विजया रानी, माया देवी, पूनम ग्रेवाल, किरण लोहान, राजबाला, सुनीता, सावित्री चहल, कृष्णा देवी, विमला ग्रेवाल, चमेली श्योराण व रीना सिहाग सहित अनेक सेक्टरवासी उपस्थित थे।

आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए प्रधान जितेन्द्र श्योराण ने कहा कि इतनी बरसात के बावजूद भी सेक्टरवासियों का जज्बा काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार योग दिवस मना रही है, राहगिरी के कार्यक्रम करवा रही है ताकि लोग तनावमुक्त रहे, उनको कोई परेशानी ना हो लेकिन दूसरी तरफ सरकार सेक्टरवासियों पर अनाप-शनाप इन्हांसमेंट डाल रही है जिससे सेक्टरवासी, जिनमें काफी संख्या में बुजुर्ग व महिलाएं शामिल हैं जो इस इन्हासमेंट की वजह से डिप्रेशन का शिकार हो गये हैं और उन्हें उच्च रक्तचाप रहने लगा है, जिसकी जिम्मेवार सिर्फ और सिर्फ यह गूंगी बहरी सरकार और भ्रष्ट प्रशासन है।

अगर इसी दबाव के चलते किसी सेक्टरवासी को कोई नुकसान पहुंचा तो उसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो प्रधानमंत्री वर्ष 2022 तक हर भारतवासी को घर देने का वादा कर रहे हैं, और दूसरी तरफ जिन्होंने अपने घर कड़ी मेहनत और मशक्कत से बनाए हैं, बैंक का लोन भरते-भरते उनकी जिंदगी बीत जाएगी उनके घरों को छीनने का प्रयास किया जा रहा है और ऐसा करने का षडय़ंत्र रचने वाले अधिकारियों पर कोई कार्रवाही नहीं की जा रही।

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Jeewan Aadhar Editor Desk