चंडीगढ़,
हरियाणा सरकार ने प्रदेश के पांच हवाई अड्डों में मौजूदा हवाई पट्टियों का विस्तार करने का निर्णय लिया है। हिसार हवाई अड्डे को विमानन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है जिसका 9000 फुट तक विस्तार किया जाएगा जबकि करनाल, पिंजौर, भिवानी और नारनौल में अन्य चार हवाई पट्टियों का विस्तार 5000 फुट तक किया जाएगा।
नागरिक उड्डयन विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि नागरिक विमानन क्षेत्र में तेजी से बढ़ते अवसरों का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए सरकार ने प्रदेश के पांच हवाई अड्डों में मौजूदा हवाई पट्टियों का विस्तार करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि करनाल, पिंजौर, भिवानी और नारनौल में चार हवाई पट्टियों का 5000 फुट तक विस्तार किया जाएगा ताकि मध्यम आकार के विमानों को पार्किंग, सब-बेसिंग, फ्लाइंग प्रशिक्षण के साथ-साथ साहसिक खेलों जैसी विभिन्न गतिविधियों की सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके। इसके लिए विभाग द्वारा पहले ही अभिरूचि की अभिव्यक्ति प्रकाशित की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि हिसार हवाई अड्डे का कार्य पहले से प्रगति पर है जो इसके विकास के प्रथम चरण के भाग के रूप में केन्द्र सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत इस माह के अंत तक घरेलू उड़ानों के लिए तैयार हो जाएगा। हिसार में अगले वर्ष के अंत तक बेहतरीन लेंडिग सुविधाओं के साथ हवाई पट्टी का 9000 फुट तक विस्तार किया जाएगा। जहां इसके विकास के दूसरे चरण में बड़े विमानों के लिए पार्किंग, बेसिंग और रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल(एमआरओ) सुविधाएं होंगी।
प्रवक्ता ने बताया कि हवाई पट्टियों के विस्तार के लिए भूमि पूरी तरह से स्वैच्छिक आधार पर खरीदी जा रही है और इस मामले में भेदभाव या जबरदस्ती का कोई प्रश्न नहीं है। उन्होंने बताया कि नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा 280 एकड़ भूमि विकास परियोजनाओं के लिए सरकार को भूमि खरीद की स्वैच्छिक पेशकश नीति के तहत राज्य सरकार के ई-भूमि पोर्टल पर अधिसूचित की गई थी। इस नीति के दो उद्देश्यों के तहत किसानों को आश्वस्त किया गया कि अपनी परियोजनाओं के लिए सरकार ही संभावित खरीदार है और यदि कोई भूमि मालिक परियोजना विशेष, जिसके लिए वे सरकार को भूमि बेचने के इच्छुक हैं, के लाभों के बारे में जानना चाहता है तो सरकार उसके बारे में भी जानकारी दे सकती है।