हिसार

बजरंग दास गर्ग बोले, सरकार जकड़ रही है गुलामी की जंजीरों में

हिसार।
अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने व्यापारियों की बैठक करते हुए कहा कि 3 दिन का जो कपड़ा व्यापारियों द्वारा कपड़ा व साड़ी पर जीएसटी लगाने के विरोध में राष्ट्रव्यापी बंद किया हुआ है, वह एतिहासिक है और व्यापार मंडल का खुला समर्थन कपड़ा व्यापारियों को हैं। केंद्र सरकार ने कपड़े पर टैक्स लगाकर यह सिद्ध कर दिया है कि आम जनता को अब कफन पर भी टैक्स देना होगा।
राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने कहा कि जीएसटी टैक्स प्रणाली के तहत जो गलत कानून बनाए है व अनेक वस्तुओं पर अनाब-शनाप टैक्स लगाए है उसके विरोध में व्यापार मंडल हर ट्रेड के व्यापारियों के समर्थन में खड़ा हैं। आज जीएसटी टैक्स प्रणाली में विश्व के अन्य देशों के मुकाबले टैक्स की दरें ज्यादा लगाने, व्यापारी व उद्योगपतियों को एक साल में 37 रिटर्न भरने के साथ-साथ रिवाइज रिटर्न भरने का प्रावधान को खत्म किया गया है, व्यापारी अगर टैक्स भरने में देरी करे या कागज कार्यवाही में कमी पाने पर जेल भेजने जैसे जटिल कानून बनाने के कारण आज पूरे देश का व्यापारी जीएसटी टैक्स प्रणाली के विरोध मे खड़ा है मगर केंद्रीय वित्तमंत्री जीएसटी में सरलीकरण करने की बजाए उसे 30 जून को आधी रात को घंटा बजा कर लागू करने की बात कर रहे है जब जीएसटी प्रणाली में जो कानून बनाए है उसे व्यापारियों को आर्थिक आजादी मिलने की बजाए व्यापारियों को गुलामी की जंजीरों में जकडऩे का काम केंद्र सरकार करने जा रही है जिसे देश व प्रदेश का व्यापारी, उद्योगपति, किसान व आम जनता किसी किम्मत पर सहन नहीं करेगा। राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार ने जीएसटी के तहत टैक्स की दरें कम करने की बात कही थी मगर भारत देश के अलावा अन्य देशों में जीएसटी व वेटकर टेक्स फ्री के अलावा अधिकतम टैक्स कि दरें कनाडा, ताइवान, बहरीन, जर्सी में 5 प्रतिशत, मलोशिया में 6 प्रतिशत, सिंगापुर, तंजानिया में 7 प्रतिशत, बहमास, अमेरिका में 7.5 प्रतिशत जापान में 8 प्रतिशत, स्विट्जलैंड में 8 प्रतिशत से 3.8 प्रतिशत, अॅास्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, कोरिया, मंगोलिया में 10 प्रतिशत, कजाखिस्तान में 12 प्रतिशत, दक्षिण अफ्रीका में 14 प्रतिशत, चीन में 17 प्रतिशत आदि देशों में हैं, जबकि विश्व के लगभग 50 प्रतिशत देशों में जीएसटी लागू नहीं है। विश्व के देशों में जहां-जहां भी जीएसटी लागू है, लगभग उस देश में टैक्स की दरें एक हैं, मगर भारत एक ऐसा देश है की जहां पर टैक्स फ्री वस्तुओं के अलावा 6 प्रकार के अलग-अलग टैक्स लगाये गये हैं जो टैक्स कि दरें भारत सरकार ने लगाई है वह भी विश्व के अन्य देशों से बहुत ज्यादा हैं। इस मौके पर पवन गर्ग, संत सिंगल, जगदीश तायल, तिरलोक कंसल, विर्मा नन्द गोयल, राजेन्द्र ठकराल, राजेन्द्र अमर गडिया, राजेन्द्र बंसल आदि व्यापारी नेताओं ने अपने विचार रखे।

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