हिसार,
जिला के लगभग सभी न्यायधीशों ने आज स्कूली बच्चों को साथ लेकर जिला एडीआर सेंटर से फव्वारा चौक तक जागरूकता रैली निकालकर लोगों को सडक़ पर चलते व वाहन चलाते समय यातायात नियमों को अपनाने बारे जागरूक किया।
गौरतलब है कि जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वरा एक अगस्त से वन लाइफ नामक सडक़ सुरक्षा जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इसी कड़ी में आज सुबह जिला सत्र एवं न्यायधीश प्रमोद गोयल के नेतृत्व में जजों ने स्कूली बच्चों के साथ जिला एडीआर सैंटर से फव्वारा चौक से जागरूकता रैली निकाली। इस दौरान स्कूली बच्चों ने यातायात नियमों की जानकारी वाले बैनर हाथ में लिए हुए लोगों को जीवन एक है, इसे लापरवाही मेें व्यर्थ ना गवाएं और यातायात नियमों को जरूर अपनाएं का संदेश दिया। जागरूकता रैली में न्यायिक अधिकारी डीआर चालिया, एडीजे अजय पराशर, जयबीर सिंह, डॉ. पंकज, अमित गर्ग, सुरेंद्र कुमार, सीजेएम मनप्रीत सिंह, एसीजेएम मोहम्मद सागीर, जेएमआईसी पुनीत लिंबा, अश्वनी गुप्ता, अमनदीप, गगनदीप गोयल के अलावा पैनल अधिवक्तता, शिक्षा विभाग, परिवहन विभाग तथा यातायात विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ विभन्न स्कूलों के 300 बच्चों ने भाग लिया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रमोद गोयल ने कहा कि हमारे देश में सडक़ दुर्घटनाएं लोगों की मौत का सबसे बड़ा कारण हैं। सडक़ दुर्घटनाओं का मुख्य कारण लोगों का यातायात नियमों की अनदेखी करना है। यदि लोग सडक़ पर चलते समय या वाहन चलाते समय यातायात नियमों की पालना करें तो सडक़ दुर्घटना की संभावना को काफी हद तक खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा जीवन बड़ा ही अमूल्य है, इसे यूं ही लापरवाह होकर नहीं गवाना चाहिए, बल्कि नियमों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके इसे खुशहाल बनाएं। उन्होंने स्कूली बच्चों से कहा कि वे स्वयं यातायात नियमों को अपने जीवन में अपनाएं और अपने परिवार व आस-पड़़ोस के लोगों को भी इस बारे प्रेरित करें।
सीजेएम सुरेंद्र कुमार ने कहा कि जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा चलाए जा रहे इस जागरूकता अभियान का उद्ïेश्य लोगों को यातायात नियमों को अपनाने बारे प्रेरित करना है तथा उन्हें यह अहसास दिलाना है कि जीवन एक है और यातायात नियमों की उल्लंघना करके सडक़ दुर्घटनाओं में इसे गवाएं ना। उन्होंने कहा कि देश में हर वर्ष करीब डेढ से दो लाख व्यक्ति सडक़ दुर्घटनाओं में अपना जीवन गवां बैठते हैं।