हिसार,
प्रदेश की सभी 21 सरकारी डाइट से सरकार ने जेबीटी बंद करने का निर्णय लिया है। सरकार के इस निर्णय से प्रतिभाशाली और गरीब तबके के विद्यार्थियों पर असर पड़ेगा, साथ ही निजी कॉलेजों की मनमानी बढ़ेगी। इस समय निजी कॉलेजों से जेबीटी करना सरकारी डाइट की तुलना में कई गुना ज्यादा महंगा है। ऐसे में मध्यम व गरीब वर्ग के लिए सरकार का यह निर्णय काफी गलत है।
सरकारी डाइट बंद करने के साथ ही सरकार ने जेबीटी के लिए प्रदेश के 351 निजी कॉलेजों में 19100 सीटों के दाखिले की अधिसूचना भी जारी कर दी है। सरकार का यह कदम सीधे तौर पर निजीकरण को बढ़ावा देने वाला है। वर्तमान समय में निजी कॉलेजों में सरकार डाइट की तुलना में करीब 32 गुना फीस ज्यादा है। ऐसे में सरकारी डाइट बंद हो जाने से निजी कॉलेजों की मनमानी और अधिक बढ़ जायेगी।
निजी कॉलेजों में इस समय भी हाजिरी, प्रेक्टिकल, प्रोजेक्ट आदि के नाम पर समय—समय पर विद्यार्थियों से अवैध वसूली होती रहती है। ऐसे में सरकार के फैंसले से विद्यार्थियों को नुकसान होना तय है।