जालोर,
गौ सेवा के प्रति अगर सच्ची निष्ठा और लगन हो तो भला क्या नहीं हो सकता है। इसका उदाहरण बने हैं भीनमाल विकास अधिकारी राकेश पुरोहित। जिन्होंने भीनमाल पंचायत समिति में 17 महीने कार्यरत रहते हुए लोगों को गोकथा सुनाकर 2 करोड़ रुपए कमाए और इन पैसों से इलाके के सभी गोशालाओं का कायाकल्प कर दिया। बीडीओ पुरोहित का इतना प्रेम रहा कि वे दिन में मानव कल्याण के लिए कार्य करते तो रात में गायों की भक्ति में लीन हो जाते थे। उन्होंने गायों के लिए जो कार्य किया वह पूरे क्षेत्र में प्रेरणा बन गया।
राकेश पुरोहित ने विभिन्न स्थानों पर कथाओं का आयोजन किया और खुद प्रवचन देने शुरू किए। इससे अर्जित होने वाली राशि गोशालाओं में भेंट कर दी। यहां कार्यरत करीब सत्रह महीने की अवधि में पुरोहित ने करीब दो करोड़ रुपए से अधिक राशि एकत्रित कर गोशालाओं को दान किया। भीनमाल विकास अधिकारी राकेश पुरोहित से प्रेरणा लेकर कई गांवो में नई गौशालाएं स्थापित हो गई है। आज सैकड़ों की संख्या में लोग गायों की सेवा में लगे है।
ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव के अंदर पहले गाय सड़कों पर इधर-उधर घूम रहती थी। लेकिन जब विकास अधिकारी राकेश पुरोहित ने गांव में गौ कथा के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया उसके बाद आज गांव में गौशाला स्थापित हो गई है। जिसमें अब गायों की शानदार सेवा हो रही है। हालांकि, अब राकेश पुरोहित का तबादला आमेट राजसमंद हो गया है। विकास अधिकारी का भव्य विदाई समारोह 14 अगस्त को रखा गया है। राकेश पुरोहित का कहना है कि वह कहीं भी जाएं लेकिन गायों के लिए सेवा के लिए हर मुमकिन प्रयास करते रहेंगे।
खबर के मुताबिक भीनमाल आने के बाद राकेश पुरोहित ने ‘तेरा तुझको अर्पण’ के नाम से गो कथा का शुभारंभ किया। जिसके साथ भीनमाल सहित आस-पास के गांवों में गो कथा के कार्यक्रम शुरु हो गए। वहां से मिलने वाली राशि को राकेश पुरोहित ने गो सेवा में लगा दिया। हाल ही में भीनमाल में गोपाल कृष्ण गोशाला में राकेश पुरोहित के प्रयासों से बड़ी संख्या में गायों का लालन-पालन किया जा रहा है। गोशालाओं में टीन शेड का निर्माण भी किया गया है।
यहां तक की भविष्य में गायों के इलाज के लिए करीब 35 लाख की लागत से अस्पताल का निर्माण भी किया जाएगा। यह सभी कार्य गोशाला के सदस्यों व राकेश पुरोहित के प्रयासों से संभव हो पाया है। राकेश पुरोहित राज्य भर में प्रशासनिक संत के नाम से जाना जाता है।