नारनौंद,
वित्त एवं राजस्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि मनरेगा श्रमिकों ने अपने खून-पसीने से हरियाणा को अव्वल राज्य बनाया है। मनरेगा के कामों में जहां हिसार प्रदेश के अन्य जिलों के मुकाबले सबसे आगे है वहीं हरियाणा के श्रमिकों को देश के अन्य सभी राज्यों के मुकाबले ज्यादा मेहनताना मिलता है। वित्तमंत्री आज नारनौंद की अनाज मंडी में मनरेगा श्रमिक सम्मान एंव जागरूकता समारोह में उमड़े कामगारों के अपार जन-समूह को संबोधित कर रहे थे।
वित्तमंत्री ने मनरेगा श्रमिकों को घड़ी, टिफिन, पानी की बोतलें भेंट की और उनके साथ बैठकर भोजन किया। समारोह में 8 हजार श्रमिकों के पहुंचने की उम्मीद थी जबकि यह संख्या 15 हजार तक पहुंच गई जिसके लिए बाद में शैड के अलावा बाहर टैंट लगाकर अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ी। मुख्य शैड के साथ लगते दूसरे शैड में भी भारी संख्या में लोगों ने खड़े होकर कार्यक्रम को सुना।
वित्तमंत्री ने श्रमिकों को हिंदुस्तान का निर्माता और सृष्टि का रचयिता बताते हुए कहा कि उनकी मेहनत और मजदूरी के कारण ही आज देश और प्रदेश तरक्की व खुशहाली के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। हरियाणा सरकार द्वारा मनरेगा मजदूरों को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित दिहाड़ी से ज्यादा मेहनताना दिया जा रहा है। आज हरियाणा के मनरेगा श्रमिक को प्रतिदिन 281 रुपये मजदूरी दी जा रही है। मनरेगा का काम करवाने में हिसार जिला अन्य सभी जिलों से आगे है जिसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन की खुलकर सराहना की।
वित्तमंत्री ने भारी संख्या में समारोह में पहुंची महिलाओं को हरियाली तीज, रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए उन्हें कोथली के रूप में जिला के प्रति श्रमिक को मिल्टन कंपनी का एक बढि़या टिफिन, एक थर्मस बोतल और दिवार घड़ी देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि त्यौहार की यह सौगात मनरेगा एबीपीओ व मेट के माध्यम से सूची के आधार पर हर श्रमिक को उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला में खेतों में बनी जिन ढाणियों में अभी तक पक्की सड़कें नहीं हैं वहां मनरेगा के माध्यम से सड़कें बनवाई जाएंगी। इसके लिए अलग से बजट का भी प्रावधान किया जाएगा।
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि प्रदेश में मजदूरों के काम के वातावरण को सुधारा जाएगा। उन्होंने प्रशासन से आह्वान किया कि श्रमिकों के लिए कस्सी-तसले के स्थान पर ऐसे आधुनिक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं जिनसे कम मेहनत में अधिक काम किया जा सके। उन्होंने कहा कि मजदूरों को आधुनिक उपकरण देने के लिए जरूरत पड़ने पर वे मंत्री के कोटे से ग्रांट देंगे।
उन्होंने श्रमिकों से तीन चीजें अपनाने का आह्वान किया। श्रमिक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाएं और उन्हें संस्कार दें ताकि वे भारत माता के सच्चे सपूत बन सकें। बच्चों को शिक्षा मुहैया करवाने के लिए हर मामले में पिछड़े नारनौंद हलके में चार कॉलेज और चार आईटीआई बनवाई गई हैं। उन्होंने कहा लोग स्वच्छता को अपनाएं। जब आपका घर, गांव और जिला स्वच्छ होगा तो हर जगह आपको सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि क्या आप ऐसे घर में अपनी बेटी की शादी करेंगे जहां साफ-सफाई न रखी जाती हो, इसी प्रकार आपके घर में भी बेटे की बहु तभी आएगी जब आप अपना घर साफ रखोगे।
वित्तमंत्री ने कहा कि मनरेगा में सिंचाई विभाग के कार्यों को शामिल करवाने के लिए मैंने पिछले दिनों केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र तोमर से मुलाकात की थी। केंद्रीय मंत्री ने इस दिशा में जल्द साकारात्मक निर्णय लेने का भरोसा दिलाया है। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने श्रमिकों की मजदूरी को भी बढ़ाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी बजट में इस दिशा में महत्वपूर्ण घोषणा हो सकती है।