रोहतक,
जा आरक्षण से सम्बंधित मांगो को लेकर यशपाल मलिक गुट ने आंदोलन की शुरुआत कर दी है। 9 जिलों के गांवों और कस्बों में सीएम मनोहर लाल और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के कार्यक्रमों में जाकर सवाल पूछे जाएंगे।
एक महीने बाद समीक्षा कर जिले और मंत्रियों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। किसी भी कार्यक्रम स्थल पर धरना नहीं दिया जाएगा, सिर्फ सवाल पूछे जाएंगे। हालांकि इस दौरान आंदोलन से सम्बंधित जिलों में कोई मुख्यमंत्री या वित्त मंत्री का कार्यक्रम नहीं है। वहीं सरकार की ओर से कहा जा चुका है कि जिन मांगो को लेकर सहमति बनी थी वे पूरी हो चुकी हैं।
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बल्हारा का कहना है कि आंदोलन शहरों की बजाए गांव और कस्बों में होगा। केवल मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री से मांगों से सम्बंधित सवाल पूछे जाएंगे। फिलहाल रोहतक, सोनीपत, झज्जर सहित 9 जिलों में ये आंदोलन रहेगा।
वहीं जींद में यशपाल मलिक के घोषित आंदोलन पर उनके विरोधी गुट ने चुटकी लेते हुए कहा कि वो सरकार के सामने घुटने टेक चुका है। मलिक ने सरकार के सामने आत्म समर्पण कर दिया है। एन्टी यशपाल गुट जाट नेता कुलबीर बैनीवाल ने कहा कि अब यशपाल मलिक धरना प्रदर्शन नहीं करेगा क्योंकि उसने सरकार के सामने हार मान ली है। उन्होंने कहा कि यशपाल मलिक ने इसलिए सरकार के साथ मिलीभगत की क्योंकि वो अपने गुर्गों को जेल जाने से बचाना चाहता था।
कुलबीर बैनीवाल ने कहा कि मलिक में अगर दम है तो जहां से आंदोलन बन्द किया था वहीं से शुरू करके दिखाए। उन्होंने आरोप लगाया कि यशपाल मलिक को चंदा लूटना था, वो उसने लूट लिया और उससे मध्य प्रदेश में एक मॉल भी बना लिया। उन्होंने कहा कि जाट समाज उस पर भी जल्द ही कब्जा करेगा।
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