गोहाना,
गांव रभड़ा में जहर युक्त दूध पीने से दो सगी नाबालिग बहनों की मौत हो गई। बड़ी बहन मानसिक रूप से परेशान थी। उसने फसल में प्रयोग होने वाली कीटनाशक दवा दूध में मिला दी थी और उस दूध को स्वयं पीने के साथ अपनी छोटी बहन को पिला दिया। सदर थाना पुलिस ने महिला मैडीकल कालेज के अस्पताल में दोनों के शव का पोस्टमार्टम करवाया।
गांव रभड़ा निवासी रामदत्त की बड़ी बेटी शालू (17) मानसिक रूप से परेशान थी। उसने बारहवीं कक्षा पास कर रखी थी। शालू ने धान में प्रयोग होने वाली कीटनाशक दवा को दूध में मिलाया और दो गिलासों में डाल दिया। एक गिलास का दूध स्वयं पी लिया और दूसरे गिलास को अपनी छोटी बहन मीना (15) को दे दिया। मीना भी उस दूध को पी लिया।
दोनों की तबीयत बिगडऩे पर परिजन उपचार के लिए उन्हें गांव खानपुर कलां स्थित बी.पी.एस. राजकीय महिला मैडीकल कालेज के अस्पताल में ले गए। वहां चिकित्सकों ने मीना को मृत घोषित कर दिया। शालू ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मीना ने दसवीं कक्षा पास कर रखी थी।
जांच अधिकारी रामनिवास ने बताया कि दोनों बहनों के शवों का सोमवार को पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। शालू मानसिक रूप से परेशान थी।