टोहाना (नवल सिंह)
टोहाना उपमंडल के जाखल में मल्टीपर्पज बिल्डिंग की नींव का पत्थर रखने का छात्राओं ने जमकर विरोध किया। नींव का पत्थर स्थानीय विधायक व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को रखाना है लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही गर्ल्स स्कूल बचाओ संघर्ष समिति के बैनर के तले सैंकड़ों की संख्या में छात्राएं विरोध प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गई।
इस दौरान छात्राओं ने मंच पर कब्जा जमा लिया और सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए काले झंडे लहराए। कार्यक्रम स्थल वंदे मातरम की नारों से गूंज उठा। पुलिस बल कम होने और सीआईडी तंत्र के कमजोर होने के चलते पूरा कार्यक्रम अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया। बाद में काफी संख्या में महिला व पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और छात्राओं को मंच से नीचे उतारा।
ये है पूरा मामला
गर्ल्स सीनियर सेकंडरी स्कूल भवन का पिछले चार साल से निर्माण न हो पाने व स्कूल की जगह पर स्कूल की बजाय मल्टीपर्पज बिल्डिंग बनाए जाने से छात्राएं भड़की हुई है। इसको लेकर छात्राओं व उनके अभिभावकों सहित मौजिज लोगों ने बुधवार को रेलवे रोड पर धरना देते हुए प्रदर्शन किया था। छात्राओं ने कक्षाओं का बहिष्कार कर रोष प्रदर्शन करते हुए न केवल जल्द से जल्द इसी जगह पर स्कूल भवन बनाए जाने की मांग की वहीं चेतावनी भी दी कि अगर स्कूल बनने से पहले मल्टीपर्पज बिल्डिंग बनाए जाने का प्रयास भी किया गया तो उसका कड़ा विरोध किया जाएगा। मामले को सुलझाने का प्रयास करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बड़े भाई महेंद्र सिंह बराला ने प्रदर्शकारियों के साथ बैठक की थी।
स्कूल बचाओ संघर्ष समिति ने रखे प्रस्ताव
स्कूल बचाओ संघर्ष समिति में शामिल पूर्व सरपंच सुरेंद्र मित्तल, बृजपाल आदिवाल, लक्ष्मण बलजोत, पूर्व सरपंच नवजोत सिंह विक्की, मंदीप नथवान, बिंदर बलजोत, राजेश मोर्या, जसपाल सिंह, अध्यापक नेता धर्मेंद्र ढांडा आदि ने हालात का ठीकरा प्रदेश सरकार पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि वर्ष 1920 से चला आ रहा जाखल मंडी का नया स्कूल आज सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे की पोल खोल रहा है। सरकार ने स्कूल बनाने से ज्यादा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स खोलने की योजना बनाकर सैकड़ों छात्राओं के भविष्य को मिट्टी में मिला दिया है।
एसडीओ बोले नियमानुसार इस जगह पर बिल्डिंग बनना असंभव
पीडब्लूडी के एसडीओ राहुल चहल ने बताया कि किसी भी सीनियर सेकंडरी स्कूल के लिए कम से कम 4 एकड़ जगह का होना जरूरी है। बिल्डिंग में आगजनी जैसी घटना को मद्देनजर रखते हुए फायर ब्रिगेड की गाड़ी अंदर तक जा सके ऐसी इमारत का होना जरूरी है। उन्होंने विभाग की नियमों एवं शर्तों का उल्लेख करते हुए पुरानी जगह पर नया भवन बनाया जाना असंभव बताया।
इसके स्थान पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (ब्वॉयज) की साथ लगती जगह के एक बड़े हिस्से पर कब्जा किया हुआ पाया गया है। इस जगह के कब्जे को स्कूल प्रशासन की मदद से छुड़वाकर इसी जगह पर गर्ल्स एवं ब्वॉयज दोनों स्कूलों का निर्माण हो सकता है। लड़कियों के लिए भव्य इमारत के साथ खेल का अच्छा मैदान भी उपलब्ध होगा व सरकार एवं विभाग के नियमानुसार भी बन सकेगा।