हिसार,
जिले के एक गांव में बलात्कार की शिकार हुई महिला के पजिरनों ने इस मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेडिकल जांच करने वाली चिकित्सक के कहने के बाद भी पीड़िता का अल्ट्रासाउंड नहीं करवाया जिसके चलते उसका गर्भपात हो गया। महिला के परिजनों ने बताया कि पीड़िता की मेडिकल जांच करने वाली चिकित्सक ने पीडि़ता के गर्भवती होने की बात कहते हुए 19 सितंबर को घटना के अगले दिन ही पुलिस को अल्ट्रासाउंड करवाने की हिदायत दी थी लेकिन पुलिस ने तीन दिन तक उसका अल्ट्रासाउंड नहीं करवाया जिसके चलते उसका गर्भपात हो गया जिसके लिए पूरी तरह से आजाद नगर पुलिस चौकी के पुलिस कर्मी दोषी हैं।
परिजनों ने बताया कि पीडि़ता को दो माह गर्भवती होने पर जब पुलिस ने अल्ट्रासाउंड नहीं करवाया तो वे खुद पीड़िता को सामान्य अस्पताल ले गए लेकिन अस्पताल के चिकित्सकों ने पुलिस की मौजूदगी में अल्ट्रासाउंड करवाने की बात कही। इसके लिए जब संबंधित आजाद नगर चौकी इंचार्ज राजेश एस.आई. को सूचित किया तो दो-तीन घंटे के लंबे समय तक इंतजार करने के बावजूद भी चौकी से कोई वहां नहीं पहुंचा और अस्पताल प्रशासन ने अल्ट्रासाउंड करने से मना कर दिया। पीड़िता को तेज दर्द व रक्तस्राव के चलते परिजन उसे एक निजी अस्पताल में ले गए लेकिन उन्होंने भी रेप केस बताते हुए अल्ट्रासाउंड करने से मना कर दिया, जिस पर वे दूसरे निजी अस्पताल में ले कर जहां महिला का अल्ट्रासाउंड करवाया गया। इसी दौरान पीड़िता को पेट में दर्द व रक्तस्राव हुआ जिससे उसका गर्भपात हो गया।
पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया कि चिकित्सक के कहने के बावजूद पुलिस ने इस मामले में पीड़िता का अल्ट्रासाउंड नहीं करवाया वहीं शिकायत के पांच दिन के बाद भी आज तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस संबंध में उन्होंने गत 21 सितंबर को आई.जी. को भी एक शिकायत देकर कार्यवाही की मांग की थी लेकिन अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है और कोई कार्यवाही नहीं हुई है। परिजनों ने पुलिस प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे पीडि़ता के साथ आई.जी. ऑफिस हिसार में अनशन पर बैठेंगे।