हिसार

पैंशनधारकों के प्रति रवैया सुधारें शहर के बैंक : श्योराण

हिसार,
सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान एवं समाजसेवी जितेन्द्र श्योराण ने शहर के विभिन्न बैंकों के माध्यम से पैंशनधारकों को दी जा रही पैंशन मामले में बैंकों पर मनमानी करने व पैंशनधारकों को परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार को लाभपात्रों की समस्या के हल के लिए स्थाई समाधान करना चाहिए।

जितेन्द्र श्योराण ने बताया कि सरकार की योजनानुसार सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग के माध्यम से पैंशन लाभ पा रहे लाभपात्रों को बैंकों, खासकर निजी बैंकों में काफी परेशान होना पड़ता है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को किसी कार्यवश उनका शहर के पुराना पुल के पास स्थित एक निजी बैंक में जाना हुआ। वहां पर बहुत से लाभपात्र अपनी पिछले माह की पैंशन लेने आए हुए थे लेकिन बैंक कर्मचारियों का इन पैंशनधारकों के प्रति रवैया नकारात्मक व दुत्कारने वाला था। जो भी पैंशन बैंक के अंदर जाकर पैंशन का पता करता तो उसे यही कहा जाता कि अभी बताते हैं, अंदर मत आओ, बाहर बैठों, आदि-आदि। उन्होंने कहा कि दुत्कार के बाद लाभपात्र बाहर तो आ जाते लेकिन वहां उनके बैठने के लिए कोई उचित स्थान नहीं था। उन्होंने बताया कि पैंशनधारकों, जिनमें बुजुर्ग, विधवा व दिव्यांग भी थे, से बात करने पर पता चला कि उन्हें हर माह इसी तरह परेशान किया जाता है, सर्दी व गर्मी में उन्हें परेशान होना पड़ता है लेकिन बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों को उन पर दया नहीं आती।

जितेन्द्र श्योराण ने कहा कि वे अपने किसी काम से गए थे लेकिन पैंशनधारकों के प्रति बैंक कर्मचारियों का रवैया उन्हें ठीक नहीं लगा, इस पर उन्होंने बैंक प्रबंधक से मिलने की सोची लेकिन वे आए नहीं बताए गए। उन्होंने कहा कि पैंशनधारकों का बैंक में खाता है और खाताधारक किसी भी बैंक का ग्राहक होता है। बैंकों की उन्नति में खाताधारकों का ही योगदान होता है, चाहे वह छोटा हो या बड़ा। उन्होंने शहर के बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों से अपील की कि वे पैंशनधारकों के प्रति अपनी रवैया सुधारें और उन्हें समय पर पैंशन देने का प्रयास करें। इसके अलावा बैंकों में पैंशनधारकों के लिए अलग से खिड़की या डेस्क का प्रावधान किया जाए तथा ज्यादा बुजुर्गों व दिव्यांगों की पैंशन उन्हें घर पर ही उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बैंकों ने पैंशनधारकों के प्रति अपनी रवैया नहीं सुधारा तो जनता को साथ लेकर इन बैंकों के खिलाफ आंदोलन तैयार किया जाएगा।

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