हिसार,
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ की राज्य कार्यकारिणी, डिपो पदाधिकारियों व सक्रिय कार्यकर्ताओं की बैठक यूनियन कार्यालय हिसार में हुई। बैठक की अध्यक्षता यूनियन के राज्य प्रधान दलबीर किरमारा ने की व संचालन राज्य उप महासचिव जगदीप लाठर ने किया।
बैठक को संबोधित करते हुए राज्य प्रधान दलबीर किरमारा ने सरकार द्वारा 720 बसें कि.मी. स्कीम के तहत लेने के सरकार के फैसले को जनविरोधी करार देते हुए फैसले का विरोध किया। उन्होंने कहा कि जनसेवा से जुड़े रोडवेज विभाग को किसी भी कीमत पर निजी हाथों में नहीं जाने देंगे और इसको बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़े तो कर्मचारी पीछे नहीं हटेंगे। किरमारा ने कहा कि सरकार की तानाशाही को कतई सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 5 सितंबर की हड़ताल को लेकर सरकार द्वारा रोडवेज कर्मचारियों पर एस्मा के तहत कार्यवाही कर निलंबित करना, विभिन्न धाराओं के तहत कर्मचारियों पर केस दर्ज करना, लाठीचार्ज व वाटर कैनन का प्रयोग कर रोडवेज कर्मचारियों के आंदोलन को दबाने का असफल प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि रोडवेज कर्मचारी अपनी मांगों को दरकिनार कर व अपने रोजगार की परवाह ना करते हुए रोडवेज विभाग को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसके तहत पूरे प्रदेश के सभी संगठन एक मंच पर आकर 16 व 17 अक्तूबर को रोडवेज का चक्का जाम करेंगे। राज्य प्रधान ने आम जनता व छात्र वर्ग से अपील करते हुए रोडवेज बचाओ रोजगार बचाओ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को बुलंद करने करते हुए रोडवेज को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे रोडवेज कर्मचारियों का साथ देने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि रोड़वेज विभाग नहीं बचा तो ना रोजगार बचेगा और न ही बेटियां बचेंगी व पढ़ेंगी।
दलबीर किरमारा ने कहा कि हरियाणा सरकार भ्रष्टाचार को जड़ से उखाडऩे के दावे कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार यदि सही मायने में भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहती है तो किमी स्कीम के तहत किये गए समझौते की जांच करवाए। यह रोडवेज में अब तक का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का उदाहरण जनता के सामने आएगा।
बैठक को कुलदीप पाबड़ा, कृष्ण सुहाग, चमनलाल स्वामी, सुभाष बिश्रोई, सुभाष ढिल्लो, सुभाष किरमारा, रामसिंह बिश्रोई, अशोक पांचाल, सज्जन कण्डेला आदि ने भी संबोधित किया।