हिसार

रोडवेज की हड़ताल सफल, नहीं चली कोई बस

हिसार,
सरकार और प्रशासन के लाख दावों के बीच रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल सुबह 8 बजे तक सफल दिखाई दी। हिसार डिपो की एक भी नहीं चली। प्रशासन ने सुबह चंडीगढ़ और दिल्ली के लिए एक—एक बस को भारी सुरक्षा के बीच बस अड्डे से रवाना किया। लेकिन बीच रस्ते में बस को रोक दिया गया। दोनों बसें रस्ते में रुक जाने से हड़ताल को कर्मचारियों ने सफल बताया।
कर्मचारियों ने रखी गुप्त रणनीति
इस बार हिसार में रोडवेज कर्मचारियों ने चक्का जाम को लेकर 4 स्तर पर प्लान बना रखा है। इसके तहत एक ग्रुप डिपो में प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम करवायेगा। प्रशासन यदि इनको गिरफ्तार करता है तो गिरफ्तारी के बाद दुसरा ग्रुप तुरंत इनका स्थान संभाल लेगा। एक ग्रुप विभिन्न मार्गों पर तैनात रहेगा। यदि प्रशासन दवाब में बस अड्डे से बस निकालता है तो बीच रस्ते में ये ग्रुप बसों को रोक लेगा। इसके बाद एक ग्रुप लगातार प्रशासन, कर्मचारियों और मीडिया के सम्पर्क में रहेगा। यह ग्रुप किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोकने का काम करेगा। इसके साथ ही कर्मचारियों ने हड़ताल को सफल बनाने की पूरी योजना को इस बार गुप्त रखा।
पुलिस प्रशासन मुस्तैद
पुलिस प्रशासन ने देर शाम को बस अड्डा परिसर में अपनी ड्यूटी संभाल ली। य​हां पर पुलिस काफी अलर्ट दिखाई दी। आज और कल का दिन हिसार की अग्निपरीक्षा के समान है। पुलिस को रामपाल समर्थकों, हड़ताली कर्मचारी और छात्र संघ के चुनाव जैसे मोर्चे को संभालना है। फिलहाल हिसार पुलिस तीनों मोर्चों पर मुस्तैद है।
क्या बोले कर्मचारी नेता
कर्मचारी नेता दलबीर किरमारा, रमेश सैनी, राजपाल नैन, रामसिंह बिश्नोई, अरुण शर्मा, कुलदीप पाबड़ा, राजू बिश्नोई ने कहा कि वे आमजन के लिए सरकार से लड़ाई लड़ रहे है। सरकार कर्मचारी और जनहित को परे रखकर 720 निजी बसों को राज्य का खजाना लूटाना चाहती है। अपने चेहतो को 36 से 42 रुपए किलोमीटर की दर से भुगतान करके प्रति बस सवा से डेढ लाख रुपए मंथली लाभ पहुंचाकर रोडवेज को समाप्त करने की साजिश रच रही है। कर्मचारी नेताओं ने कहा रोडवेज की एक बस 23 रुपए किलोमीटर में लाभ की स्थिती में होती है, ऐसे में सरकार निजी बसों को इतने अधिक दाम देकर सीधे तौर पर प्रदेश की जनता की कमाई पर डाका ड़लवाने का काम कर रही है।
क्या बोले सीएम
मुख्यमंत्री ने 14 अक्टूबर को हिसार में पत्रकारों के समक्ष कहा कि वे रोडवेज कर्मचारियों की सारी बातें मानने को तैयार है। लेकिन 720 बसों के परिचलन में कर्मचारी बाधा उत्पन्न न करे। यदि कर्मचारी इन बसों को चलने का समर्थन करेे तो उनकी बाकि सारी मांगों को पूरा कर दिया जायेगा।

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Jeewan Aadhar Editor Desk