हिसार,
सांसद दुष्यंत चौटाला ने रोडवेज विभाग में अनुबंध आधार पर बसों के शामिल किये जाने के सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब रोडवेज विभाग में बसों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है तब निजी बस चालकों को आगे क्यों लाया जा रहा है। जब हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में सस्ते रेटों पर अनुबंध की बसें चल रही है फिर हरियाणा में इतने महंगे रेट पर अनुबंध वाली बसों को क्यों लिया गया है।
सांसद चौटाला ने कहा कि पंजाब में 21 रुपये 92 पैसे और राजस्थान में 20 रुपये 98 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से अनुबंध वाली बसें चल रही है। हरियाणा में 32 से लेकर 37 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से ली जा रही है। ऐसे में सरकार की मंशा ठीक नहीं लग रही है। सरकार रोडवेज की बसों को बढ़ाती है तो इससे युवाओं को उचित रोजगार मिलेगा। साथ ही ग्रामीण यात्रियों और विद्यार्थी वर्ग को भी इसका पूरा—पूरा लाभ मिलेगा।