हिसार

‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के नाम बेचे जा रहे है फर्जी फॉर्म

आदमपुर (अग्रवाल)
शहर में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के नाम से धड़ल्ले से फर्जी फार्म बिक रहे हैं। फार्म में योजना के तहत सरकार की ओर से 2 लाख रुपये का अनुदान मिलने की बात कही गई है। जबकि, केंद्र या राज्य सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है। इन दिनों आदमपुर में ऐसे आवेदन प्रधानमंत्री बेटी बचाओ योजना के नाम पर भरवाए जा रहे हैं।

आवेदन के लिए लोगों को बताया जा रहा है 8 से 12 वर्ष तक की आयु की बेटियों के लिए यह फार्म भरे जा सकते हैं। फार्म भरने के बाद भारत सरकार द्वारा 2 लाख रुपये दिए जाएंगे। 2 लाख रुपये मिलने के लालच में आकर लोग धड़ल्ले से फार्म भर रहे हैं। फार्म केवल 1 पेज का है, जिस पर सभी जरूरी जानकारी लोग दे रहे हैं। फार्म भरकर इसे भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, शास्त्री भवन, नई दिल्ली के पते पर भेजा जा रहा है। साथ ही भ्रम फैलाया जा रहा है कि 200 करोड़ रुपये की शुरुआती राशि के साथ यह योजना देश के 26 राज्यों में शुरू की गई है।

योजना के नाम पर बेचा जा रहा फर्जी फार्म।

चौकान्ने की बात तो यह है कि इस फॉर्म पर सरपंचों की मोहर सहित हस्ताक्षर भी करवाए जा रहे हैं। कुछ सरपंच इस पर बिना कुछ देखे या पुष्टि किए फार्मों पर धड़ाधड़ हस्ताक्षर कर रहे हैं। कोई यह जानने या लोगों को समझाने की जहमत नहीं उठा रहा कि योजना के नाम पर लोगों को सिर्फ भ्रमित किया जा रहा है। फॉर्म पर नाम पता, आधार कार्ड नंबर, बैंक खाता नंबर, आईएफएससी कोड, बैंक शाखा का नाम लिखा मिल रहा है। लोग यह जानकारी भी बिना किसी संकोच के भर रहे हैं। जबकी यह जानकारी भरना खतरे से खाली नहीं है।

इस बारे में सुपरवाइजर सुशीला रानी ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग की ऐसी कोई योजना नही है। रोजाना अनेक महिलाएं व युवतियां खंड कार्यालय में ऐसे फार्म भरकर लेकर आ रही है। जब महिलाओं को इस फर्जी योजना के बारे में बताया जाता है तो उल्टे उनको ही जानकारी न होने की बात कहती है। विभाग ने गांव के मुखियाओं से भी ऐसे फार्माे पर हस्ताक्षर करने से पहले योजना की वास्तविकता जानने की बात कही है।

वहीं कुछ महिलाओं ने बताया कि आदमपुर में कुछ लोग समाजसेवी संस्थाएं बनाकर भोले-भाले लोगों को ठग रहे है। ऐसे शातिर 499 रुपये लेकर भोले-भाले लोगों को सदस्य बनाते है और बेटी की शादी में घी व राशन देने की बात कहते है। बताया जाता है कि ऐसे लोगों ने अपना जाल प्रदेश ही नही बल्कि राजस्थान सीमा से सटे अनेक गांवों में भी फैला रखा है। विभाग ने ऐसे लोगों से बचकर रहने की सलाह देते हुए पुलिस स्टेशन में शिकायत देने की बात कही है।

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Jeewan Aadhar Editor Desk