हिसार

डॉक्टर ने घर में रहने को कहा है तो बाहर निकलने से बचें: डॉ. दयानंद

हिसार,
सिविल सर्जन डॉ. दयानंद ने कहा है कि यदि खांसी, जुकाम या बुखार से पीडि़त किसी व्यक्ति को चिकित्सक ने घर रहकर आराम करने की सलाह दी है तो उसे बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए और परामर्श अनुसार अपना इलाज करवाना चाहिए।
डॉ. दयानंद ने कहा कि आजकल स्वाइन फ्लू रोग के खतरे के मद्देनजर खांसी, जुकाम व बुखार के सामान्य पीडि़तों को भी अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, त्वचा व होठों का नीला पडऩा, बलगम में खून आना, बदन दर्द, सिरदर्द, थकान, ठिठुरन, अतिसार, उल्टी या व्यवहार में बदलाव आने पर निकट के चिकित्सा केंद्र या अस्पताल में जाना चाहिए। यदि छोटे बच्चे बुखार से पीडि़त हों और व्यवहार में चिड़चिड़ापन हो, तरल पदार्थ या भोजन न ले रहे हों तो उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू हवा में दूषित कणों द्वारा मानव से मानव में फैलता है और यह सुअरों द्वारा नहीं फैलता है। जब एक संक्रमित मनुष्य खांसता या छींकता है और उसके कण स्वस्थ मनुष्य पर गिरते हैं तो उसे भी संक्रमित कर देते हैं। जब संक्रमित मनुष्य हाथ पर खांसता या छींकता है और उन्हीं संक्रमित हाथों से कंप्यूटर, मोबाइल, रिमोट, दरवाजा आदि छूता है या दूसरे लोगों से हाथ मिलाता है तो संक्रमण दूसरे लोगों में फैल जाता है।
यदि किसी व्यक्ति में स्वाइन फ्लू के लक्षण नजर आ रहे हैं और वह 48 घंटे तक किसी दवाई से ठीक नहीं हो रहा है तो उस व्यक्ति में स्वाइन फ्लू रोग की आशंका हो सकती है। कुछ असाध्य चिकित्सा अवस्थाओं वाले लोगों, 65 वर्ष या इससे अधिक आयु वाले बुजुर्गों, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को इस बीमारी का अधिक खतरा होता है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी के सहज उपचार के लिए सरकार द्वारा निर्धारित अस्पतालों में टेमीफलू दवाई उपलब्ध है जिसे 5 दिन लेने पर मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है। उन्होंने सलाह दी कि हमें छींकते और खांसते वक्त अपने मुंह और नाक को रुमाल व कपड़े से ढंकना चाहिए। हाथों को साबुन से धोना चाहिए। नाक, आंख व मुंह को न छुएं। भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें, फ्लू से संक्रमित लोगों से एक हाथ से अधिक दूरी पर रहें। बुखार, खांसी व गले में खराश हो तो सार्वजनिक जगहों से दूर रहें। खूब पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें तथा पूरी नींद लें। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू में हाथ मिलाने, गले मिलने तथा दैहिक संपर्क वाले अन्य अभिवादन न करें। सार्वजनिक जगहों पर न थूकें। इसी प्रकार चिकित्सक के परामर्श के बिना दवाई भी न लें। स्वाइन फ्लू से संबंधित जानकारी के लिए हेल्पलाइन भी चलाई जा रही है। जिला स्तर पर 01662-278113 नंबर पर फोन करके रोग के संबंध, लक्षणों व उपचार के संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

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