हिसार

ये कैसा स्वच्छ भारत अभियान : उपायुक्त से लेकर सीएम विंडो तक नहीं कर पाया राजली गांव के कीचड़ का उपचार

हिसार,
स्वच्छ भारत अभियान को प्रशासन किस कदर लेता है, इसको राजली गांव की फिरनी में काफी समय से जमा कीचड़ को देखकर समझा जा सकता है। यहां के ग्रामीण सरपंच से लेकर जिला उपायुक्त तक समस्या के समाधान के लिए गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। अब सीएम विंडो में शिकायत दायर की है और साथ ही चेतावनी दी है कि यदि यहां पर भी समाधान नहीं हुआ तो मजबूर होकर उनको ग्राम पंचायत व जिला प्रशासन के खिलाफ अदालत में याचिका दायर करनी होगी।
राजली गांव के ग्रामीण एडवोके नवीन राजली, बलजीत, शीशपाल, वजीर, जोगेंद्र आदि ने बताया कि पिछले दिनों राजली-सरसौद सड़क पर गांव की फिरनी वाली गाली के कुछ भाग को ऊंचा उठाया गया था जिसके कारण जांगड़ा चौपाल के सामने जो फिरनी की सड़क है, उस पर पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इसके कारण वहां पर सड़क पर पानी एकत्रित होता रहता है और इसमें कूड़ा व मिट्टी मिल गई है और पूरी सड़क कीचड़ में तब्दील हो चुकी है। इसके कारण वहां से ग्रामीणों का पैदल, साइकिल, मोटरसाइकिल और स्कूटर पर निकलना दुभर हो चुका है। स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों व महिलाओं को यहां से गुजरने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि इसके कारण वहां से निकलने के लिए कीचड़ में पांव रखना हर ग्रामीण की मजबूरी हो चुकी है और क्षेत्र में बीमारी फैलने का खतरा मंडराने लगा है। एक स्थान से पुलिया भी टूटी हुई है जिसके कारण वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो जाता है। उन्होंने बताया कि इस बारे में वे कई बार सरपंच, बीडीपीओ, जिला पार्षद राजबीर खेदड़ और उपायुक्त तक कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकि अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने मांग की है कि गली का लेवल जल्दी से जल्दी सही करवाया जाए ताकि ग्रामीणों को इस समस्या से समाधान हो सके और ग्रामीण भी सरकार के स्वस्थ भारत की मुहिम को महसूस कर सकें। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सीएम विंडो के माध्यम से भी मामले का समाधान नहीं निकला तो मजबूरन ग्राम पंचायत व जिला प्रशासन के खिलाफ न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी।

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