आदमपुर (अग्रवाल)
आम आदमी को तुंरत न्याय दिलाने के मकसद से शुरू की गई सी.एम. विंडो व्यवस्था महज मजाक बनकर रह गई है। अधिकारियों व कर्मियों की मिलीभगत से शिकायतकर्ता की शिकायत पर कोई कार्रवाई करने की बजाए झूठी रिपोर्ट बनाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। ऐसा ही मामला एच.एस.वी.पी. (हुडा) विभाग हिसार में देखने को मिला जब शिकायतकर्ता की शिकायत पर अधिकारियों ने कोई कार्रवाई करने की बजाए उसकी शिकायत पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए मामले को ही बंद कर दिया है। शिकायतकर्ता दुकानदार ने मुकेश कुमार ने अब अदालत की शरण लेने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार दुकानदार मुकेश कुमार ने गत माह 23 अक्तूबर को आदमपुर की हुडा मार्कीट में अवैध कब्जों व बिना अनुमति के कार्यक्रम करने की शिकायत दी थी। शिकायत पर कोई कार्रवाई नही हुई तो उसने आर.टी.आई. के माध्यम से सूचना मांगी। इसके बाद 29 नवम्बर को उसे हिसार कार्यालय में बुलाया गया, लेकिन सम्पदा अधिकारी के चंडीगढ़ होने के चलते 3 दिसम्बर को फिर बुलाया गया। 4 दिन बाद 3 दिसम्बर को शिकायतकर्ता मुकेश कुमार अपने साथी को लेकर सम्पदा अधिकारी सुमित कुमार के समक्ष पेश हुआ और अवैध कब्जाधारक के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की लिखित शिकायत दी। इस बीच हिसार मेयर चुनाव का बहाना बनाकर विभाग के अन्य अधिकारी कार्रवाई को टालते गए।
इसके कुछ दिन बाद जब शिकायतकर्ता मुकेश कुमार ने विभाग की साइट पर सी.एम. विंडो पर लगाई गई शिकायत का स्टेटस जाना तो हैरान रह गया। उसमें शिकायतकर्ता की शिकायत पर की गई कार्रवाई को संतुष्ट दिखाते हुए मामले को ही बंद कर दिया गया। मुकेश कुमार ने बताया कि इसी बीच सी.एम. विंडो चंडीगढ़ से फोन आया जिसमें उसने शिकायत पर कोई कार्रवाई न होने की बात भी कही थी। मामले से जाहिर है कि अधिकारियों ने सी.एम. विंडो का भी मजाक बनाकर रख दिया है। यहां के दुकानदारों ने कहा है कि ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाए जो सी.एम. विंडो की शिकायत के साथ छेड़छाड़ कर दबाने का प्रयास करते हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि पारदर्शी एवं जीरो टोलरेंस का दावा जताने वाली सरकार आखिर कहां सोई हुई है। दुकानदारों ने इस मामले मुख्यमंत्री मनोहर लाल से जांच की मांग करते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।