हिसार

जल्द मिल सकता है आदमपुर को उपमंडल का दर्जा

आदमपुर (अग्रवाल)
सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो प्रदेश सरकार की ओर से इस साल आदमपुर को उपमंडल या नगरपालिका का दर्जा मिल सकता है। आदमपुर ने जब से होश संभाला है तब से यह वी.आई.पी. श्रेणी का क्षेत्र रहा है। एक लंबे अर्से तक प्रदेश के मुख्यमंत्री की बागडोर तत्कालीन सी.एम. स्व.भजनलाल के हाथ में रही। 2 बार उपमंडल बनाने की घोषणा होने के बावजूद आदमपुर को नगरपालिका या उपमंडल का दर्जा हासिल नही हो सका है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार जल्द ही आदमपुर को उपमंडल या नगरपालिका का तोहफा दे सकती है। मंडी आदमपुर व जवाहर नगर पंचायत को नगरपालिका का दर्जा दिया जा सकता है। इसके लिए दोनों पंचायतों ने भी प्रस्ताव पास कर सरकार के पास भिजवा दिया है। वहीं चर्चा यह भी है कि आदमपुर हलके के सबसे बड़े गांव बालसमंद को तहसील व साथ लगते अग्रोहा को उपतहसील का दर्जा दिया जा सकता है। वहीं क्षेत्र के भाजपा नेता भी इस प्रयास में लगे हुए है कि जल्द से जल्द आदमपुर को उपमंडल या नगरपालिका का दर्जा मिलें। नगरपालिका का दर्जा न होने पर आदमपुर अभी तहसील स्तर का ही है। नगरपालिका बनने पर आदमपुर व अग्रोहा खंड गांवों के करीब डेढ़ लाख लोगों को सुविधाएं मिलेगी। एस.डी.एम. और डी.एस.पी. के पद यहीं सर्जित होने से छोटे-मोटे काम के लिए एक ओर जहां आमजन को हिसार नही भागना पड़ेगा वहीं उन्हें आर्थिक नुकसान और समय की बर्बादी से भी निजात मिलेगी।

उपमंडल पर हावी रही राजनीति
आदमपुर को उपमंडल बनाने के मामले में पूर्व की सरकारें भी राजनीति करती रही हैं। 1991 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे भजनलाल ने आदमपुर को उपमंडल का दर्जा दे दिया था। उसके पश्चात 1996 में बनी हविपा-भाजपा गठबंधन की सरकार के मुख्यमंत्री बंसीलाल ने तोशाम सहित आदमपुर का उपमंडल का दर्जा समाप्त कर डाला। इसके पश्चात इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुए तथा आदमपुर के साथ-साथ तोशाम को भी उपमंडल का दर्जा एक बार फिर दे डाला और इसे विधानसभा में पारित भी करवा दिया था। फिर कांग्रेस की सरकार बनने के बाद फाइलें धूल फांकती रही और आदमपुर को उपमंडल का दर्जा नही मिल सका।

आदमपुर को उपमंडल बनाने की मांग हुई तेज
उपमंडल बनाने की मांग को लेकर वीरवार को ग्राम पंचायत मंडी आदमपुर, जवाहर नगर, पंचायत समिति व विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। नायब तहसीलदार ललित जाखड़ व बी.डी.पी.ओ. खचान चंद को दिए ज्ञापन में लोगों ने बताया कि आदमपुर को उपमंडल का दर्जा दिया जाए। बाद में सांसद व विधायक के नाम भी ज्ञापन भेजा गया। इस मौके पर सरपंच सुभाष अग्रवाल, प्रीतम सिंह, महेंद्र भादू, संजय सोनी, उग्रसैन ऐंचरा, कुलदीप डेलू, नरेंद्र वासन, विनोद वर्मा, सुभाष खाबड़ा, रामरत्न बिश्नोई, पंच अमित कुमार, हीरालाल, पवन बंसल, सुरेश, सुनील, मुकेश सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

जीवन आधार पत्रिका यानि एक जगह सभी जानकारी..व्यक्तिगत विकास के साथ—साथ पारिवारिक सुरक्षा गारंटी और मासिक आमदनी और नौकरी भी..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

Related posts

पेट के कीड़े खत्म करने की दवाई से हिसार और रेवाड़ी में बच्चों की तबीयत बिगड़ी

Jeewan Aadhar Editor Desk

डॉ. विक्रमजीत की दो पुस्तकों ‘मानवता का छोर’ व ‘नव भोर की ओर’ का विमोचन

Jeewan Aadhar Editor Desk

आदमपुर से युवती संदिग्धावस्था में हुई लापता