हिसार,
बेंगलुरु एयर शो से पहले बड़े हादसे में सूर्य किरण एयरोस्पेस टीम के दो हॉक एयरक्राफ्ट आपस में टकराकर क्रैश हो गए। इस हादसे में एक पायलट की मौत हो गई जबकि दूसरा पायलट घायल हो गया। मृतक पायलट विंग कमांडर साहिल गांधी है जो सूर्य किरण 7 को चला रहे थे। वहीं, विंग कमांडर विजय शेल्के और स्क्वाड्रन लीडर तेजेश्वर सिंह घायल हो गए।
साहिल गांधी, वायुसेना के लड़ाकू विमान सुखोई-30 के पायलट थे। वे हिसार के रहने वाले थे। इन्हें स्किल्ड पायलट माना जाता था। सोमवार को उन्होंने अपनी लास्ट परफॉर्मेंस दी जो बेहद शानदार थी। इस दर्दनाक हादसे से साहिल गांधी के परिवार में मातम का माहौल हो गया है। समाचार आते ही हिसार शहर में शोक की लहर फैल गई। बड़ी संख्या में लोग उनके घर पर पहुंचे। साहिल गांधी के परिवार में उनके पिता मोहन गांधी, माता, पत्नी हिमानी और एक 5 साल का बेटा है। करीब 14 साल से वे वायुसेना में पायलट थे।
साहिल गांधी का पैतृक घर हिसार में पीएलए में मकान नम्बर 187 है। यहां पर उनके पिता एसबीआई बैंक से प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त मोहन गांधी अपनी पत्नी के साथ रहते है। साहिल गांधी की माता एचएयू में होम साइंस कॉलेज में हेड ऑफ डिपार्टमेंट रह चुकी हैं। बताया जा रहा है कि गुरुवार को उनका शव हिसार में पहुंचेगा। सुबह 10:30 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा।
बताया जा रहा है कि सूर्य किरण विमान की 4 साल बाद बेंगलुरु में एयरो शो में वापसी हुई थी। 19 फरवरी से शुरू होने वाले ‘एयरो इंडिया 2019’ शो में 9 सूर्य किरण विमान कलाबाजियां दिखाने वाले थे। इसी दौरान दो प्लेन आपस में भिड़ गए। हालांकि मौका रहते पायलट खुद को इजेक्ट करने में सफल रहे। प्लेन के क्रैश होने के बाद उनमें आग लग गई।
गौरतलब है कि 1996 में सूर्य किरण एरोबेटिक टीम का गठन हुआ था, जो 52 स्क्वार्डन का हिस्सा थी। 1998 में बेंगलुरु में एयर शो के दौरान इसने पहली बार अपना शो दिखाया था।
2011 में सूर्य किरण विमानों को एयर शो में लाना रोक दिया गया। इनकी जगह 2017 में Hawk Mk-132 एयरक्राफ्ट ने ली। लेकिन 2015 में फिर सूर्य किरण को वापस भारतीय वायुसेना ने उतारा। अब 2019 के एयर शो में वह हादसे का शिकार हो गए।