आदमपुर (अग्रवाल)
15 फरवरी को लेडीज मार्केट में पिस्तौल के बल पर महिला को बंधक बनाकर लूट के आरोपी गांव भाणा निवासी अमित बिश्नोई उर्फ रावण को गिरफ्तारी के बाद आदमपुर पुलिस ने बुधवार को हिसार अदालत में पेश किया। जहां अदालत ने उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर आदमपुर पुलिस को सौंप दिया।
मामले के जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक हरजिंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस पूछताछ के दौरान अमित ने बताया कि उसने तीन साल तक रमेश उर्फ पोलर की घी की फैक्टरी में काम किया था बाद में उसने पोलर के कार्यालय में भी कार्य किया था। इस दौरान उसकी पोलर के साथ पैसों को लेकर अनबन हो गई थी। उसी अनबन का सबक सिखाने के लिए अमित ने 15 फरवरी को घटना को अंजाम किया।
जांच के दौरान आरोपी अमित ने बताया कि उसने पहले मेन बाजार स्थित पोलर के भाई सुरेश की दुकान की रेकी की। वहां पर सुरेश को बैठाकर वह उसके पुत्र के आने का इंतजार करता रहा और पुत्र संदीप के दुकान पर आने के बाद वह उनके लेडीज मार्केट स्थित घर की ओर रवाना हो गया। अमित ने बताया कि उसे पहले ही पता था कि घर में एक या दो लेडीज ही रहती हैं जिन्हें वह आसानी से काबू कर सकता था। जैसे ही वह घर में घुसा तो उसे किसी महिला द्वारा फोन पर बात करने की आवाज सुनाई दी। जिस पर वह वहीं खड़ा होकर फोन के कटने का इंतजार करता रहा और जैसे ही महिला ने फोन कट किया उसने घटना को अंजाम दे दिया।
घटना के बाद गीगोरानी गया था अमित
पुलिस पूछताछ के दौरान अमित ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सिरसा के गीगोरानी गांव में चला गया और वहां पैसे छिपाकर राजस्थान के मुकाम धाम में चला गया। उसने बताया कि वहां पिस्तौल छिपाकर 19 फरवरी को वह गांव में पहुंचा था। गांव पहुंचने पर उसे पता चला कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस से बचने के लिए वह इधर-उधर भागने का प्लान बना ही रहा था कि उसे पुलिस ने काबू कर लिया।
पैसे और पिस्तोल करेगी बरामद
पुलिस रिमांड के दौरान अमित को गीगोरानी व मुकाम लेकर जायेगी। इस दौरान पुलिस गीगोरानी से पैसे व मुकाम से पिस्तोल बरामद करेगी। पूछताछ में अमित ने बताया था कि वह लूट के पैसे बदमाशों को देकर पोलर को सबक सिखाना चाहता था। पुलिस रिमांड के दौरान पता करेगी कि अमित ने इस दौरान किन—किन बदमाशों से सम्पर्क किया था।