हिसार,
गांव किरोड़ी की सामाजिक कार्यकर्ता अमरजीत कौर एवं उनके पति बलकार सिंह अपने व बच्चों के जन्मदिन व विशेष खुशी के अवसरों पर रक्तदान एक अभियान व पौधा लगाकर प्रकृति को बचाने का अभियान भी चलाए हुए है। इसी कड़ी में दंपति ने सरकारी अस्पताल हिसार में अपने बेटे के जस्नम दिन पर रक्तदान किया व गांव में पौधरोपण किया। दंपति अपने दोनों बच्चों के जन्मदिन पर रक्तदान करते है और पौधरोपण भी करते है। दोनों एक साथ 14 बार रक्तदान कर चुके हैं। इसके अलावा विभिन्न अवसरों पर भी रक्तदान करते है।
दंपति का मानना है कि भलाई का कार्य ऐसे करें ताकि उसका लाभ समाज के हर वर्ग को निस्वार्थ भाव से हो। अमरजीत कौर ने बताया कि इस अभियान में 80 से ज्यादा लोग व 30 से अधिक दंपति जुड़े हुए है जो कि अपने बच्चो के जन्मदिन व विशेष अवसरों पर रक्तदान व पौधरोपण करते हैं। इस अभियान को लोगो का बहुत प्यार व सहयोग मिलता है। अमरजीत कौर ने बताया कि रक्त की पूर्ति केवल मानव के रक्त से ही हो सकती है, अभी तक इसका कोई विकल्प नहीं बना है।
अमरजीत कौर ने बताया की देश मे प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है परंतु केवल 50 लाख यूनिट रक्त ही मिल पाता है। हरियाणा की बात करें तो हर साल लगभग 2 लाख यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है और यह मांग प्रतिवर्ष बढ़ती रहती है। तकरीबन 50 हजार यूनिट रक्त कम रह जाता है। भारत मे हर 3 सेकेंड में किसी न किसी को रक्त की आवश्यकता होती है और हर दिन दुनिया मे चालीस हजार यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है। हर 3 में से 1 व्यक्ति को जीवन मे कभी न कभी रक्त की आवश्यकता पड़ती है। अमरजीत कौर अपने गांव में सिलाई व कढ़ाई का महिलाओं का मुफ्त प्रशिक्षण चला चुकी है। लड़कियों व महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए गांव में महिला पुस्तकालय चला रही है। इनके पति बलकार सिंह भी समाजसेवा के लिए कई बार सम्मान्नित हो चुके है।
अमरजीत कौर को हरियाणा के तत्कालीन राज्यपाल डॉ. एआर किदवई महिला उत्थान के लिए राजभवन चंडीगढ़ में उत्कृष्ट चेतना पुरस्कार से सम्मानित कर चुके हैं। इसके अलावा मुख्यमन्त्री मनोहर लाल खट्टर अंतररस्ट्रीय महिला दिवस पर उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। जिला प्रशासन हिसार द्वारा उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर 2 बार सम्मानित किया जा चुका है।
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