हिसार

रोडवेज कर्मचारी नेताओं के तबादले के खिलाफ तालमेल कमेटी ने की आंदोलन की घोषणा

8 को हिसार कमीशनरी के पांच डिपूओं में दिया जाएगा धरना, 10 को दो घंटे के लिए हिसार डिपो में होगा चक्का जाम

हिसार,
रोडवेज के हिसार डिपो महाप्रबंधक द्वारा बदले की भावनाओं से कराए गए तबादलों को लेकर हिसार कमीशनरी के हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, जींद व भिवानी जिला के पांच डिपूओं की तालमेल कमेटी की बैठक बुलाई गई, जिसमें पांचों डिपूओं के पदाधिकारी शामिल हुए।
बैठक में तालमेल कमेटी ने महाप्रबंधक की कार्यप्रणाली पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हिसार डिपो का महाप्रबंधक निर्धारित समय में अपने कार्यालय में नहीं बैठते जिस कारण कार्यालय की अनेक महत्वपूर्ण फाइलें लम्बित पड़ी रहती हैं ओर कर्मचारियों को मिलने वाले देय लाभ लम्बित पड़े रहते हैं और जब युनियने इस बारे में धरना प्रदर्शन आदि करती हैं तो अपनी कमियां छुपाने के लिए बदले की भावना से कार्य करते हुए उनके खिलाफ सरकार के पास शिकायत भेज कर नाजायज तौर से उत्पीडऩ की कारवाई के तहत तबादले करा दिए जाते हैं।
बैठक में कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कि पिछले दिनों रोडवेज तालमेल कमेटी ने 13 दिन तक धरना व भूख हड़ताल की, जिसके चलते यातायात प्रबंधक के माध्यम से डिपो महाप्रबंधक ने तालमेल कमेटी से बात की। इस बातचीत के दौरान महाप्रबंधक ने तालमेल कमेटी की सभी मांगों को जायज मानते हुए तयबद्ध समय में उन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया। साथ ही जीएम ने आश्वासन दिया था कि किसी भी कर्मचारी पर किसी तरह की प्रताडऩा की कार्रवाई नहीं होगी। इसके बावजूद महाप्रबंधक ने वादाखिलाफी करते हुए रोडवेज तालमेल कमेटी के वरिष्ठ नेता राजपाल नैन, राजू बिश्नोई, सूरजमल पाबड़ा, अरूण शर्मा व रमेश यादव के खिलाफ मुख्यालय को अर्ध सरकारी पत्र लिख दिया, जिसके चलते इन नेताओं का दूर—दराज के डिपूओं में तबादला कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से कर्मचारियों की आवाज दबने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि महाप्रबंधक की लेट—लतीफी व समय पर कार्यालय न आना, कर्मचारियों की बढ़ती समस्याओं का प्रमुख कारण है। महाप्रबंधक आमतौर पर अपने कार्यालय में दोपहर को दो या तीन बजे आते हैं और पांच बजे वापिस चले जाते हैं, जिसके चलते कर्मचारियों के अधिकतर कार्य लंबित हो गए हैं। जब इन कार्यों को पूरा करने के लिए आवाज उठाई जाती है तो आवाज उठाने वालों को तबादलों या अन्य तरह की प्रताडऩा की कार्रवाई से दबाने का प्रयास किया जाता है।
बैठक में डिपो महाप्रबंधक की कार्यप्रणाली पर रोष प्रकट करते हुए तालमेल कमेटी के बैनर तले निर्णायक आंदोलन चलाने का फैसला लिया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक नाजायज तौर पर किए गए तबादले रद्द नहीं किए जाते व उत्पीडऩ की कार्यवाही नहीं रूकती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। तालमेल कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि 4 व 5 दिसंबर को दो दिन कर्मचारियों के साथ सम्पर्क करके इश्तेहार बांटे जाएंगे, 8 दिसंबर सोमवार को पांचों डिपूओं में सांकेतिक धरना दिया जाएगा। यदि इसके बाद भी यदि सरकार ने कर्मचारी नेताओं के नाजायज तबादले रद्द नहीं किए गए तो 10 दिसंबर को हिसार डिपो का 2 घण्टे चक्का जाम रहेगा जिसकी जिम्मेदारी रोडवेज प्रशासन व सरकार की होगी।
बैठक में राजबीर पेटवाड़, राजकुमार चौहान, संदीप रंगा, रमेश माल, सतीश गुरी, शमशेर सिंह, रामकुमार, भीम सिंह, हवा सिंह बिश्नोई, रामफल सिंह व रोशनलाल आदि उपस्थित थे।

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