मथुरा,
यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक कार में तीन लोगों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। इसमें एक बच्ची शामिल है, सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य हैं। मृतकों की पहचान एक कारोबारी के रूप में हुई है जो नोटबंदी के दौरान तीन सौ करोड़ रुपये के हेरफेर के आरोप के बाद चर्चा में आए थे। इस घटना में व्यापारी की पत्नी और बच्चे की भी मौत हुई है।
कार में शव मिलने की घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में ले लिया है। साथ ही इस मामले में पुलिस ने आत्महत्या की आशंका जताई है। हालांकि अभी मामले की जांच जारी है। बताया जा रहा है कि यमुना एक्सप्रेस-वे के वृंदावन कट के पास बुधवार को कार सवार सर्राफा व्यापारी नीरज अग्रवाल ने पत्नी, बच्चे और खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
इस घटना से थाना जमुनापार इलाके में हड़कंप मच गया। जानकारी के मुताबिक परिवार शहर के गऊघाट का रहने वाला था। नोटबंदी के दौरान सर्राफा कारोबारी पर 300 करोड़ रुपये की हेरफेर का आरोप लगा था जिसकी छानबीन चल रही थी। पुलिस के मुताबिक यमुना एक्सप्रेस-वे के वृंदावन कट के पास झज्जर अंडरपास में बुलियन कारोबारी नीरज अग्रवाल (40), पत्नी नेहा (36), बेटी धन्या (6) निवासी गऊघाट का शव कार में खून से लथपथ मिला, वहीं कारोबारी का 10 साल का बेटा शौर्य घायल मिला। कारोबारी, पत्नी और बेटी को गोली लगी हुई थी।
कार से पिस्टल बरामद
सूचना पर पहुंची जमुनापार पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया और घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मामले में एसपी सिटी अशोक मीणा ने आत्महत्या की शंका जताई है। कार से पिस्टल भी बरामद की गई है। पुलिस का मानना है कि लाइसेंसी पिस्टल से कारोबारी ने पत्नी और बच्चों को मारकर सुसाइड की है।