हिसार,
निकटवर्ती गांव बनभौरी में स्थित मां भ्रामरी देवी बनभौरी धाम में ट्रस्ट द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सात दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन 3100 कन्याओं का विधिवत रूप से पूजन किया गया। इस मौके पर ट्रस्ट के मुख्य महाप्रबंधक सुरेंद्र कौशिक ने कहा कि कन्याओं को हिन्दू धर्म में देवी के रूप में माना गया है। शास्त्रों में भी इसका उल्लेख है और वे वंदनीय, पूजनीय हैं हमें सदैव इनका सम्मान करना चाहिए क्योंकि बेटी हमेशा दो कुलों को चलाती है। इसके अलावा वह मां अन्नपूर्णा की तरह परिवार के सभी सदस्यों को भोजन करवाकर स्वयं ग्रहण करती है। जिस घर में लडक़ी पैदा होती है वह भाग्यशाली होता है इसलिए उनका पूरा मान सम्मान होना चाहिए। कन्याओं का लक्ष्मी माता की तरह पूजन होना चाहिए व उनके जन्म पर महोत्सव मनाया जाना चाहिए और उन्हें देवी का स्वरूप ही हमें उनकी पूजा करनी चाहिए क्योंकि हमारे शास्त्रों में भी वर्णित है कि ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंत रमंत तत्र देवता।’ आज भारत सरकार प्रदेश सरकार भी ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत बेटियों के सम्मान के लिए प्रयासरत है।
इस मौके पर देश के महान संतों के सानिध्य में मां की आराधना की गई व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर रामचंद्रगिरी, महाराज महंत डेरा काकड़ोद मुख्य रूप से उपस्थित हुए। वहीं चेयरमैन सत्यवीर कौशिक, महासचिव शिव कुमार, वाइस चेयरमैन राजेश कौशिक, महंत रामनिवास कौशिक, महंत श्यामलाल कौशिक, नरेश ब्रह्मचारी, नरेंद्र शास्त्री व ट्रस्ट के सदस्यों के अलावा अनेक ग्रामीण व श्रद्धालु उपस्थित रहे।