हिसार,
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के सौजन्य से विभाग में केंद्रीय बजट-2020 पर ‘मंथन-2020’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रो. कर्मपाल ने की। कार्यक्रम का आयोजन दो चरणों मेें हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार व कुलसचिव प्रो. हरभजन बंसल ने विभाग को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन से विद्यार्थियों का व्यक्तित्व का विकास होता है।
विश्वविद्यालय की शैक्षणिक मामलों की अधिष्ठाता प्रो. ऊषा अरोड़ा ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से विद्यार्थी प्रायोगिक प्रशिक्षण लेते हैं तथा विद्यार्थियों को देश की अर्थव्यवस्था को समझने का अवसर मिलता है।
पहले चरण में विद्यार्थियों द्वारा केंद्रीय बजट पर अपने विचार व्यक्त किए गए। इसमें विद्यार्थियों ने केंद्रीय बजट-2020 के साकारात्मक एवं नाकारात्मक दोनों पहलुओं पर विश्लेषण किया। इस अवसर पर आयोजित विचार प्रस्तुति प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों द्वारा शिक्षा, कृषि, व्यापार, रोजगार, कर प्रणाली, स्वास्थ्य, तकनीक आदि क्षेत्रों पर बजट का विश्लेषण किया गया। कार्यक्रम के दूसरे चरण में पैनल चर्चा में सीए आदिश जैन, सीए राजेश कुमार, प्रो. संजीव कुमार और प्रो. नरेन्द्र कुमार बिश्नोई ने बजट-2020 पर विश्लेषण किया।
निदेशक प्रो. कर्मपाल नरवाल ने बताया कि वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने राजकोषीय घाटे को खतरे के निशान से नीचे रखने के प्रयास में तथा सरकारी खर्चे को सीमित रखने को परिलक्षित करते हुए अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई बड़े ऐलान किए। सीए आदिश जैन ने बताया कि बजट-2020 कृषि, शिक्षा, सामाजिक क्षेत्र और स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने की सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दर्शाता है। सीए राजेश कुमार ने बताया कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के माध्यम से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए केन्द्र सरकार निवेश से लेकर निर्यात तक, नियमन, प्रमाणन और परिवहन संबंधी व्यय घटाएगी। प्रो. नरेन्द्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि फसलों की वाजिब कीमत के लिए थालीनॉमिक्स पर असर पड़ेगा। इस बजट में किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रो. संजीव कुमार ने बजट-2020 पर तीखी प्रक्रिया दी और कहा कि बजट पूरी तरह से आंकड़ों का मायाजाल है। इससे अर्थव्यवस्था की स्पष्ट भूमिका दिखाई नहीं देती है।
कार्यक्रम की संयोजिका डा. श्वेता सिंह, डा. दीपा मंगला, प्रमोद व डा. प्रेरणा ने कार्यक्रम का व्यवस्थित तरीके से संचालन किया। विचार प्रस्तुति प्रतियोगिता में विद्यार्थी सचिन ने प्रथम, वंशिका व प्रगति ने संयुक्त रूप से दूसरा तथा मुस्कान ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रो. वी.के. बिश्नोई, प्रो. राजीव कुमार, प्रो. सुरेश मित्तल, प्रो. प्रदीप गुप्ता, डा. हिमानी शर्मा, डा. अंजु वर्मा, डा. सविता ऊबा व डा. वनिता अहलावत उपस्थित रहे।