हिसार,
वो किस्मत वाले होते हैं, जिन्हें माता-पिता की सेवा करने का मौका मिलता है। भूले से भी इनका दिल नहीं दुखाना चाहिए बल्कि उन्हें हमेशा खुश रखना चाहिए। ऐसा करने से भगवान अति प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इसलिए माता-पिता की सेवा करने का अवसर कभी नहीं चूकना चाहिए।
यह बात युवा सेवा संघ प्रधान अभिषेक कौशिक ने टाऊन पार्क में श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाए जा रहे मातृ पितृ पूजन दिवस के अवसर पर उपस्थित बच्चों, अभिभावकों व साधको के बीच कही। अभिषेक कौशिक ने कहा कि आज के दिन हमारे धर्मपरायण देश में विदेशी वेलेंटाइन-डे मनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है व यह एक कुरीति है। हमारे देश में सभी धर्मों को बड़ा आदर-सत्कार दिया जाता है लेकिन इस विदेशी कुरीति वेलेंटाइन-डे को समाप्त करने के लिए समिति सदस्य पूरे फरवरी माह में विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों को इस दिन मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाने के लिए प्रेरित करते हैं क्योंकि माता-पिता के चरणों में ही सुख की अनुभूति है। इसलिए प्रतिदिन हमें उनसे आशीर्वाद ग्रहण करना चाहिए। इससे हमारे जीवन में कभी भी असफलता नहीं आएगी। अभिषेक कौशिक ने कहा कि ऐसा करने से हमारी विचार वाणी संस्कार भरी होगी। इसलिए हमें अच्छी बातें ही जीवन में गृहण करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि माता पिता की सेवा व गुरुजनों के आदर सम्मान करने वालों का हर जगह सम्मान होता है। इस अवसर पर फतेहचंद, वजीरचंद वधवा, बी.एस. कुण्डू आदि समिति सदस्यों ने दीप प्रज्ज्वलित किया।
इसके अलावा सुन्दर भजनों ‘माता-पिता गुरु प्रभु चरणों में प्रणवत बारम्बार’, ‘कितनी करुणा भरी हुई है माता पिता के प्यार में’, ‘पूजा है तुमको पूजे हम हर दम, माता-पिता को अर्पण है मेरा जीवन’, ‘तू कितनी अच्छी है तू कितनी प्यारी है ओ माँ’, ‘गुरु मेरे परमात्मा तेरे दर्श को तरसे आत्मा’ आदि सुन्दर भजनों से बच्चों ने उदगार व्यक्त किए। इस अवसर पर बच्चों ने अपने प्रस्तुतियां दीं तथा विधिवत रूप से थाली सजा कर अपने-अपने माता-पिता को तिलक लगा कर उनकी परिक्रमा कर पूजा-अर्चना की। माता-पिता ने भी अपने बच्चों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया। समति की ओर से बच्चों को पुरस्कार व धार्मिक साहित्य भेंट किए व आए अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर वी.डी. हुड्डा, ओ.पी. चौधरी, तारा सिंह, अभिषेक कौशिक, प्रवीन कुमार, संदीप शर्मा, सुशीला शर्मा, उदयवीर, सर्वमित्र अनेजा, सावित्री देवी, राधिका, चन्द्रकला के अलावा समिति सदस्यों ने अपने सेवाएं दीं।