सर्वे ऑफ इंडिया के साथ मिलकर जिला के 5 गांवों की होगी लैंड मैपिंग।
हिसार,
सर्वे आफ इंडिया के साथ मिलकर प्रदेश के विभिन्न जिलों के पांच-पांच गांवों में की जाने वाली लैंड मैपिंग के कार्य को लेकर विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल ने सभी जिला उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रें स की। इस दौरान उन्होंने पांच-पांच गांवों को लाल डोरा मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। इस कार्य के लिए 5 मार्च की समय सीमा तय की गई है। उन्होंने कहा कि करनाल के गांव सिरसी की तर्ज पर प्रदेश 75 गांवों को शुरुआत में लाल डोरा मुक्त किया जाएगा। यह कार्य सर्वे ऑफ इंडिया के साथ मिलकर पूरा करवाया जाएगा।
इस कार्य के लिए जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस प्रक्रिया के तहत गांव की हर संपति की पहचान करके उसकी आईडी जेनरेट की जाएगी। लैंड मैपिंग प्रक्रिया में ग्राम पंचायत के माध्यम से सभी ग्रामीणों को सूचित करके आपत्तियां भी ली जाएगी। उन आपत्तियों को दूर करने के बाद गांव का पूरा जमीन का रिकार्ड प्रणालीबद्ध हो जाएगा। इसके बाद प्रत्येक भू-मालिक को टाइटल दस्तावेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी सर्वे आफ इंडिया के प्रतिनिधियों से मिलकर तालमेल से कार्य करें।
उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने वीसी के उपरांत लैंड मैपिंग के कार्य को लेकर संबन्धित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप समयबद्ध ढंग से लैंड मैपिंग का कार्य करने के निर्देश दिये। डॉ.प्रियंका सोनी ने कहा कि प्रारभिक चरण में सभी जिलों को पांच-पांच गांवों की लैंड मैपिंग करवानी है। हिसार जिला में मिरकां, लाडवा, दाहिमा, भोजराज तथा गुंजार गांवों को लैड मैपिंग के लिए चयनित किया गया है। उन्होंने राजस्व विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों को पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों की ड्यूटियां लगा कर तय समयावधि में कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए।