किसान सभा का हिसार तहसील सम्मेलन सम्पन्न
हिसार,
किसान सभा हिसार तहसील का त्रिवार्षिक सम्मेलन आज जाट धर्मशाला में तहसील प्रधान बारुराम मुकलान, मुख्य सलाहकार शमशेर सिंह नम्बरदार व हनुमान जौहर की संयुक्त अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ जिसका संचालन जिला सचिव सूबेसिंह बूरा ने किया। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रांतीय उपप्रधान का. इन्द्रजीत ने कहा कि वर्तमान सरकार ने खाद की सब्सिडी वापिस लेकर, किसानों की फसल समर्थन मूल्य पर न खरीदकर तथा किसानों को कर्जमुक्त न करके उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। सरकार का किसान विरोधी चेहरा प्रदेश वासियों के सामने आ चुका है। राष्ट्रीय सचिव कृष्णा प्रसाद ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने जो वायदे किए थग, उसके बिल्कुल विपरीत कार्य किया जा रहा है। देश में हर 40 सैकेंड में कर्जे में डूबा एक किसाान आत्महत्या कर रहा है। कर्जामुक्त होने के लिए किसानों को देश भर में लामबंद होने व निर्णायक लड़ाई लडऩे की आवश्यकता है। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू हों, आवारा पशुओं पर पूर्ण रुप से रोक लगे। नहरों में पूरे हफ्ते पानी मिले, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसान हितैषी बने, प्रत्येक किसान को 6 हजार प्रधानमंत्री योजना के तहत प्रत्येक किसान को मिले। किसानों की बुढ़ापा पेंशन पांच हजार रुपए मासिक हो, किसानों की बीमारी का इलाज सरकार के खर्चे पर हो। सरकार को किसानों की इन मांगों पर तुरंत ध्यान देना चाहिये। सम्मेलन को राज्य के उपप्रधान व पूर्व विधायक का. हरपाल सिंह, महाशय फूलसिंह, शमशेर नम्बरदार, सूबेसिंह बूरा, बारुराम मुकलान, रघुवीर गावड़, कृष्ण प्रधान बालसमंद, जिला वित्त सचिव धर्मबीर कंवारी, कर्मसिंह सचिव हांसी, दयानंद ढुकिया कार्यवाहक जिला प्रधान, बलबीर नम्बरदार पाबड़ा, सतबीर धायल सचिव आदमपुर, प्रदीप सिंह प्रांतीय सचिव आदि ने संबोधित किया।
सम्मेलन के दौरान तहसील हिसार का चुनाव सर्वसम्मति से कराया गया जिसमें हनुमान जौहर को प्रधान, बारुराम मुकलान को वरिष्ठ उपप्रधान, रमेश मिरकां सचिव, रतनसिंह मात्रश्याम वित्त सचिव, सतबीर सिंह डुड्डी फ्रांसी, रामानंद यादव, रामकुमार ठोलेदार, महाबीर गोदारा, प्रकश घड़वाल को उपप्रधान, भीमसिंह स्याहड़वा, लक्ष्मण शाहपुर, ईश्वर सिंह सिंघराण, राजपाल पनिहार, जगदीश बागडिय़ा को सहसचिव, शमशेर नम्बरदार, सूबेसिंह बूरा, पं. नेहरु, सूबेदार जगतसिंह, समुन्द्र नम्बरदार, सरदार जगजीत सिंह, वजीर सिंह लाडवा, रविवदत्त हरिकोट, थानेदार नफेसिंह को सलाहकार चुना गया। नई कार्यकारिणी को राष्ट्रीय सचिव का. कृष्णा प्रसाद ने शपथ दिलाई।