हिसार,
सीपीआई (एम ), हरियाणा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रवासी मजदूरों के सामने आ रहे भुखमरी के संकट को तुंरत दूर किया जाए। पार्टी राज्य सचिव सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि हम सब जानते हैं कि देश में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए लाॅकडाउन किया गया है जिसका पालन बहुत जरूरी है। इस लाॅकडाउन के चलते मजदूर आबादी के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। सारे काम-धंधें बंद होने के चलते उनके सामने भुखमरी का संकट है। राज्य सरकार ने इस संकट में मदद के लिए कुछ घोषणाएं की हैं। जिनका क्रियान्वयन अभी शुरू नहीं हुआ है। राज्य में काम कर रहे लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूरों के हालात काफी खराब हैं। जिनकी तुरंत मदद की जरूरत है। ऐसे मजदूर उद्योगों में काम करने वाले भी हैं, निर्माण क्षेत्र में, ईंट भट्ठों पर व असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों जिसमें फेरी वालों, रिक्शा चालकों, घरेलू कामगारों, ढ़ाबा रेस्तरां, सिक्योरिटी कर्मिर्यों, आटो रिक्शा चालकोें आदि हैं।
पार्टी ने कहा है कि इन मजदूरों की तुरत मदद करने की जरूरत है। इसके लिए पार्टी ने सरकार को जो मांगे भेजी है उनके अनुसार दैनिक प्रयोग में आने वाला सूखा राशन व जरूरी सामान को बिना किसी शर्त के प्रभावित लोगों तक पंहुचाया जाए, ईंधन के रूप में छोटे-बड़े सिलैंडरों के भरवाने की व्यवस्था भी फ्री में की जाए, ईंट-भट्ठों पर राशन की समुचित व्यवस्था हो, असंगठित क्षेत्र के मजदूूरों के फार्म भरवाने के लिए वैरिफिकेषन की शर्त को हटाया जाए, यदि किसी मजदूर का बैंक खाता नहीं है तो उसे आर्थिक मदद नगदी में दी जाए, श्रम विभाग के स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा भी प्रभावित लोगों तक पंहुचने का कार्य हो, कैम्पों में रखे गए प्रवासी मजदूरों को सामुहिक रूप से रखने की बजाय आईसोलेषन में रखा जाए, अपंजीकृत मजदूरों के लिए की गई आर्थिक मदद की घोषणाओं को लागू करने बारे स्पष्ट निर्देश हों व तमाम सूचनाओं को लोगों तक पंहुचाने का तंत्र हो।