मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उठाई मांग, मंदिर बंद होने से खड़ा हुआ रोजी-रोटी का संकट
हिसार,
भगवान परशुराम जन सेवा समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कर्मकांडी ब्राह्मणों सहित सभी धार्मिक स्थलों के सेवादारों के लिए 21 हजार रुपये मासिक की सहायता राशि देने की मांग की है। इस संबंध में समिति ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कर्मकांड करने वाले ब्राह्मणों की समस्याओं से अवगत करवाया है।
समिति के संस्थापक योगेन्द्र शर्मा एवं संंरक्षक विजय ढल ने मुख्यमंत्री को यह पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि वैश्विक महामारी बनी कोरोना बीमारी से पूरे देश, यहां तक कि विश्वभर में लॉकडाऊन चल रहा है। भारत में पिछले एक सप्ताह से अधिक समय स लॉकडाऊन है। भगवान परशुराम जन सेवा समिति, ब्राह्मण समाज, यहां तक कि जनता का हर वर्ग लॉकडाऊन का सफल बनाने में अपना योगदान दे रहा है ताकि इस महामारी से छुटकारा मिल सके।
समिति ने पत्र में लिखा है कि हर वर्ग इस महामारी से छुटकारा चाहते हुए देेश में अमन-चैन व भाईचारा चाहता है। ब्राह्मण समाज देश का महत्वपूर्ण अंग है, अधिकतर पारम्परिक रूप से ब्राह्मण कर्मकांड करके अपना व अपने परिवार का पालन-पोषण करते हुुए जनता का सुख-दुख सांझा करते हैं। लॉकडाऊन होने की वजह से देश के लगभग सभी मंदिरों के कपाट बंद हैं, यहां तक कि नवरात्रों में भी इस बार ब्राह्मण समाज व आम जनता हर बार की तरह विधि-विधान से पूजा-अर्चना नहीं कर पाये। इससे कर्मकांडी ब्राह्मणों के सामने अपने व अपने परिवार की रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह कर्मकांडी ब्राह्मणों सहित सभी धार्मिक स्थलों के सेवादारों को 21 हजार रुपये मासिक की सहायता राशि देकर उनके समस्या दूूर करें। समिति ने उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री कर्मकांडी ब्राह्मणों की समस्या को समझकर उन्हें राहत देंगे।