मंडल आयुक्त विनय सिंह ने जिला के धर्मगुरुओं से किया आह्वान-संक्रमण रोकने में करें शासन-प्रशासन की मदद
वीडियो कॉन्फ्रेंस से मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी रूबरू हुए जिला के धर्मगुरु
हिसार,
हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने कहा कि जिस भी व्यक्ति में, चाहे वह किसी भी धर्म में आस्था रखता हो, कोरोना या अन्य बीमारी के लक्षण दिखाई दें वह सामने आकर अपनी जांच करवाए। यदि किसी को कोई बीमारी पाई जाती है तो वह चिकित्सकीय इलाज से ही ठीक होगी। समय रहते उपचार लेने पर वह स्वयं भी ठीक हो जाएगा और दूसरों को भी संक्रमण से बचा सकेगा। इस कार्य में जिला के सभी धर्मगुरु शासन-प्रशासन की मदद करें।
मंडल आयुक्त ने यह बात आज जिला सभागार में विभिन्न धर्मों व धार्मिक संस्थाओं से जुड़े धर्मगुरुओं के साथ आयोजित बैठक के दौरान कही। उन्होंने समाज व देशहित में सभी से आह्वान किया कि वे कोरोना संक्रमण के फैलाव पर रोक लगाने के लिए प्रशासन की मदद करें और अपने अनुयायियों को भी समझाएं कि वे संक्रमित होने अथवा लक्षण प्रकट होने पर स्वयं आगे आकर अपनी जांच व उपचार करवाएं। कोई भी व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति को अपने यहां आश्रय बिल्कुल न दे बल्कि ऐसे व्यक्ति के संबंध में प्रशासन को सूचित करें। इसके उपरांत सभी धर्मगुरु मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए और कोरोना संक्रमण पर रोक के उनके आह्वान पर उन्हें भी पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया।
बैठक को संबोधित करते हुए मंडलायुक्त विनय सिंह ने कहा कि इस समय देश ही नहीं, पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही है। शासन व प्रशासन द्वारा इस पर रोक लगाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इस कार्य में सर्वसमाज का सहयोग भी अपेक्षित रहता है। बीमारी चाहे कोई भी हो, वह केवल चिकित्सकीय इलाज से ही ठीक हो सकती है। बीमारी का कोई मजहब नहीं होता है और यह भी नहीं है कि बीमारी एक धर्म को प्रभावित करेगी, दूसरों को नहीं। बीमारी के फैलाव पर रोक लगाने के लिए जरूरी है कि जो संक्रमित हैं वे सामने आएं, जांच करवाएं और पुष्टिï होने पर उपचार करवाएं तथा जो बीमार नहीं हैं उन्हें संक्रमण से बचाया जाए। बीमारी को लिए बैठे रहने से नहीं बल्कि उसका इलाज करवाने से ही वह ठीक होती है। उन्होंने हिसार में कोरोना पोजिटिव महिला का उदाहरण दिया जिसने न केवल जांच करवाई बल्कि नियमों का पालन व सहयोग करते हुए उपचार भी करवाया। इसी का परिणाम है कि आज वह महिला पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर चली गई है।
आयुक्त ने कहा कि शासन-प्रशासन का कोई धर्म नहीं होता है। इनका धर्म केवल कानून व संविधान की अनुपालना करवाना है। कानून के विपरीत जाकर कार्य करने वाले दंड के पात्र हैं। इसलिए सभी व्यक्ति कानून व नियमों की अनुपालना करें। उन्होंने आंकड़ों सहित बताया कि जमात में गए लोग संक्रमित हुए हैं और उनसे संपर्क में आने वाले अन्य लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। मरकज निजामुद्दीन की ओर से भी कहा गया है कि तबलीगी जमात में गए संक्रमित व्यक्ति अस्पताल जाकर अपना उपचार करवाएं। किसी को भी ऐसे व्यक्तियों को आश्रय नहीं देना चाहिए, क्योंकि आश्रय देने वाले भी संक्रमण का शिकार हो सकते हैं।
उन्होंने सभी धर्मगुरुओं से आह्वान किया कि वे संक्रमित व्यक्तियों की पहचान में सहयोग करें और अपने अनुयायियों को समझाएं कि हम सबका पहला कत्र्तव्य कोरोना का संक्रमण रोकना है। राष्ट्र धर्म भी यही कहता है कि मानव मात्र की रक्षा के लिए हम अपनी जिम्मेदारियों व नियमों की अनुपालना करें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आगामी आदेशों तक सभी धार्मिक स्थलों को बंद रखा जाए और कहीं पर भी भीड़ इकट्ठी न होने दी जाए।
मंडल आयुक्त के आह्वान पर सभी धर्मगुरुओं ने एक-एक कर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि कोरोना रोग पर नियंत्रण के लिए वे शुरू से ही प्रशासनिक आदेशों की अनुपालना कर रहे हैं तथा साथ ही जरूरतमंदों की मदद भी कर रहे हैं। उन्होंने मंडल आयुक्त को विश्वास दिलाया कि वे प्रशासन के साथ पूर्ण सहयोग करेंगे और उनका संदेश सभी अनुयायियों तक भिजवाएंगे।
बैठक में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, हिसार पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया, हांसी पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह, हिसार एसडीएम डॉ. वेदप्रकाश, हांसी एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह, नारनौंद एसडीएम विकास यादव, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार व सीटीएम अश्वीर सिंह सहित अन्य अधिकारी व जिलाभर की विभिन्न धार्मिक संस्थाओं से आए धर्मगुरु उपस्थित थे।