हिसार,
कोरोना पॉजिटिव मिले डीसी कॉलोनी निवासी 63 वर्षीय बुजुर्ग की बुधवार शाम गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मौत हो गई। हालांकि तीन रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा बुजुर्ग को नॉन कोविड घोषित किया जा चुका था और आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। इसी के चलते बुधवार को उनकी मुलाकात उनके बड़े बेटे से भी कराई गई थी। बताया जा रहा है कि उन्हें बीपी लो और निमोनिया की शिकायत थी।
जैसे ही बुजुर्ग की मौत का समाचार हिसार पहुंचा तो प्रशासन भी चौकन्ना हो गया। सीएमओ ने अस्पताल और प्रशासनिक अधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाकर आगे की रणनीति पर विचार किया।
5 अप्रैल से था मेदांता अस्पताल में
बुजुर्ग को खांसी-जुकाम के चलते पहले जिंदल अस्पताल में दाखिल कराया गया था। हालत बिगड़ने पर 5 अप्रैल को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में ले जाया गया, जहां एक प्राइवेट लैब की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद की तीन रिपोर्ट निगेटिव पाई गई थी।
मेदांता अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक बुजुर्ग के फेफड़े संक्रमण से पीड़ित थे। उन्हें सांस लेने में समस्या के चलते उन्हें शुरू से ही वेंटिलेटर पर रखा गया था। अस्पताल प्रशासन ने हालत में सुधार होने पर उसे कोविड आइसोलेशन से जनरल आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था।
क्या बोले सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा ने बताया बुजुर्ग की तीन रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी। उनकी मौत संभवत: निमोनिया बिगड़ने से हुई है, लेकिन मेदांता अस्पताल की फाइनल रिपोर्ट आनी बाकी है। उसके आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा।