हिसार

महाराष्ट्र में साधुओं की हत्या करनेे वालों को कड़ी सजा दिलवाई जाए : कौशिक

साधु समाज, सामाजिक व धार्मिक संगठनों को साथ लेकर पीएम से ऐसे लोगों के खिलाफ कानून बनाने की मांग

हिसार,
मां भ्रामरी देवी बनभौरी धाम ट्रस्ट की बनभौरी धाम विकास समिति ने महाराष्ट्र के पालघर में तीन साधुओं की हत्या किये जाने की कड़ी निंदा करते हुए हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। ट्रस्ट ने इसे साधु समाज के प्रति जघन्य अपराध करार दिया है।


एक बयान में ट्रस्ट के मुख्य महाप्रबंधक सुरेन्द्र कौशिक एवं विकास समिति के पीठ अध्यक्ष रामनिवास महाराज ने कहा कि पालघर में 3 साधुओं की निर्मम हत्या करने वाले हत्यारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए उनके लिए फांसी की सजा की सजा का प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से मांग की कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने इस निर्मम हत्याकांड पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सभी समाजिक संगठनों व राजनीतिक दलों को एकजुट होकर श्री जूना अखाड़े के तीनों संतों के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए आगे आना चाहिए। ट्रस्ट पदाधिकारियों ने ब्रह्मलीन हुए तीनों संतों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि वो भी महाराष्ट्र सरकार से ठोस कार्रवाई करने की बात करे।
सुरेन्द्र कौशिक एवं रामनिवास महाराज ने कहा कि यह संत महात्माओं की हत्या नहीं बल्कि यह पूरे सनातन धर्म की हत्या है। संत महात्माओं ने हमेशा अपने उपदेश में मानवता की बात की है। यह सनातन धर्म के साथ-साथ मानवता की हत्या भी है। उन्होंने सभी संत महात्माओं व सभी सामाजिक व धार्मिक संगठनों की ओर से प्रधानमंत्री जी से ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानून बनाने के लिए आग्रह किया है ताकि भविष्य में इस तरह की जरूरत कोई ना कर सके। इस दौरान समाजिक संगठनों ने मांग की है कि इस जघन्य अपराध के खिलाफ सभी धर्म के लोग अपना विरोध जताएं। इस असहाय पीड़ा को अपने अंदर समेटे बनभौरी धाम के पीठ अध्यक्ष रामनिवास कौशिक ने संत महात्माओं की अजर अमर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और कहा कि इस हत्या से उनका मन उदास एवं विचलित है।

Related posts

31 मई 2018 को हिसार में होने वाले कार्यक्रम

आदमपुर व जवाहर नगर में 4 टीमें कर रही घर-घर स्क्रीनिंग

Jeewan Aadhar Editor Desk

लॉकडाउन के बीच वस्तुओं व सेवाओं की होम डिलीवरी के लिए हिसार जिला ने किया सफल प्रयोग