हिसार

राजपाल बुमरा तिरंगे वाले ने कोरोना वारियर्स बनकर रिसर्च के लिए जिंदा शरीर पर दवाई परीक्षण के लिए नगराधीश को सौंपा ज्ञापन

हिसार,
जिलें में बढ़ते कोरोना की रोकथाम के लिए जहां प्रशासन व सरकार सतत प्रयास कर रहे है वहीं विभिन्न समाजसेवी भी कोरोना वारियर्स बनकर अपने तरीके से मानवता की सेवा के लिए आगे आ रहे है। इसी कड़ी में गांव आर्यनगर निवासी राजपाल बुमरा भाई तिरंगे वाला ने भी बड़ा कदम उठाया है। शुक्रवार को राजपाल ने डीसी डॉ प्रियंका सोनी की अनुपस्थिति में नगराधीश से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। इसके माध्यम से राजपाल ने इच्छा जताई है कि वो एक सच्चा राष्ट्रभक्त है। इसलिए अपना जिंदा शरीर बिना किसी लालच व भय के प्रशासन व सरकार को कोरोना कोविड 19 की दवाई व वैज्ञानिक परीक्षण के लिए प्रशासन को सौंपना चाहता है ताकि वैश्विक स्तर पर आए मानवीय संकट में वो अपना योगदान दे सके। राजपाल ने कहा कि कोरोना परीक्षण के लिए उसके व परिवार की पूर्व सहमति है। यदि मेरी जान भी चली जाती है तो किसी को कोई एतराज नहीं होगा तथा उसका मृत शरीर तिरंगे में लपेटकर परिवार को सौंप दिया जाए। उल्लेखनीय है की राजपाल बुमरा तिरंगे वाला बचपन से ही सदा सामाजिक कार्यों में आगे रहा है। राजपाल हिसार शहर में ओटो चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। पिछले दिनों निर्भया कांड के दोषियों को फांसी देने पर भी राजपाल ने फ्री ऑटो चलाया था।v

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