हिसार

श्रमिकों को मेयर ने अपने हाथों से खाना खिला, बिहार के लिये किया रवाना

डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवा, डा कमल गुप्ता, मेयर गौतम सरदाना ने ट्रेन को दिखाई हरी झंडी

हिसार,
श्रमिकों को लेकर बिहार के लिए वीरवार को 24 डिब्बों की स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। ट्रेन को डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवा, विधायक डा कमल गुप्ता, मेयर गौतम सरदाना ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उपायुक्त डा प्रियंका सोनी, एसपी गंगाराम पूनिया, रेलवे विभाग, नगर निगम और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बिहार के आठ जिलों के 1200 श्रमिकों को लेकर दोपहर 2 बजे स्पेशल ट्रेन हिसार से रवाना हुई। ट्रेन रवाना पर श्रमिकों के चेहरों पर घर जाने की खुशी साफ नजर आई। श्रमिकों ने हाथ हिलाकर व हाथ जोड़कर प्रशासनिक अधिकारियों, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का आभार जताया। श्रमिकों ने कहा िक वह अभी घर जा रहे है, लेकिन जब कोरोना का संकट खत्म होगा जरूर वापस आएंगे।
मेयर गौतम सरदाना ने श्रमिकों को अपने हाथों से भोजन परोसा और उनका हाल चाल जाना। प्रत्येक डिब्बे में जाकर श्रमिकों को खाना मुहैया करवाया ताकि कोई भूखा न रहें। मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि श्रमिकों अपने घरों को जा रहे है, यह खुशी की बात है। इस कोरोना संकट के समय में हर व्यक्ति अपने घर पर परिजनों के साथ रहना चाहता है। लॉक डाउन के पहले दिन से ही हमारे शहर की सामाजिक, धार्मिंक व व्यापारिक संस्थाएं भोजन व राशन श्रमिकों को मुहैया करवा रही है। नगर निगम की टीम भोजन व राशन वितरण का कार्य कर रही है। आज बिहार जाने वाले 1200 श्रमिकों के लिए गुरूद्वारा श्री सिंह सभा और विश्वास फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से भोजन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि सभी सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संस्थाओं का जनसेवा करने के लिये आभारी हूं। वहीं स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन, नगर निगम के कोरोना योद्धाओं को नमन करता हूं, जो दिन रात जनता की सेवा में लगे हुए है। मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि हमारा शहर ऑरेज जोन में है। मेरी शहरवासियों से अपील है िक वह जिला प्रशासन से जारी हिदायतों का पालन करें। मास्क के साथ दो गज की दूरी जैसे नियमों का सख्ती से पालन करें, ताकि हमारा शहर ग्रीन जोन बन सके।

Related posts

दुकानें बंद करने का समय शाम आठ बजे तक किया जाए : बजरंग गर्ग

नशे के प्रति हर नागरिक का जागरूक होना जरूरी : डा. दलबीर सैनी

रक्तदान मनुष्य जीवन का सर्वश्रेष्ठ दान : सोनाली

Jeewan Aadhar Editor Desk