हिसार,
पूरा देश विश्वव्यापी कोरोना महामारी के खिलाफ जंग से जूझ रहा है। इस महामारी के चलते हरियाणा के सभी जिले लाल, पीले और हरे रंग के निर्धारित जोन में बंटे हुए हैं और शहर की गली-मोहल्लों में घर-घर स्वास्थ्य विभाग आधीन डॉक्टर, नर्सिज, पैरा मैडिकल तथा आशा वर्कर सहित अन्य कोरोना योद्धा अपना स्वयं का जीवन खतरे में डालकर और अधूरे सुरक्षा संसाधनों के होते हुए भी ड्यूटी कर रहे हैं, वहीं प्रदेश की सत्ता में भाजपा की भागीदार जजपा पार्टी के उक कार्यकत्र्ता ने कोरोना योद्धाओं के खिलाफ दादागिरी का प्रदर्शन किया है जो शर्मनाक व निंदनीय है।
यह बात अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी परिसंघ के चेयरमैन एमएल सहगल, हरियाणा कर्मचारी महासंघ के जिला सचिव देशराज वर्मा और समता मूलक समाज संगठन के जिला संयोजक उदयवीर दूहन ने एक संयुक्त बयान में कही। उन्होंने कहा कि इस राजनैतिक घटनाक्रम में दोषी तत्वों के खिलाफ कार्यवाही करने की जानी चाहिए। उन्होंने सिविल सर्जन, हिसार से मांग की है कि उनको तत्काल कार्यवाही करते हुए डा. रमेश पूनिया को सम्मान सहित पुन: नोडल अधिकारी पद पर नियुक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डिप्टी सिविल सर्जन डा. जया गोयल को भी राजनैतिक प्रभाव से ऊपर उठकर सरकारी कार्य तक सीमित रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे कोरोना योद्धाओं का मनोबल कमजोर होगा, जिससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई कमजोर हो सकती है, जिसका खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ेगा।