मजदूरों को पलायन से रोकने के लिए सरकार को रोजगार व सहायता राशी मजदूरों को देनी चाहिए
हिसार,
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा है कि यमुनानगर में प्रवासी मजदूरों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि हालात के मारे प्रवासी मजदूरों पर लाठीचार्ज करना अमानवीय हैं और पानीपत में मजदूरों पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करना जैसे तस्वीरें दिल को दहलाने वाली है।
बजरंग दास गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व गृह मंत्री अनिल विज को यमुनानगर में प्रवासी मजदूरों पर हुई लाठीचार्ज व पानीपत में मजदूरों के ऊपर कीटनाशक दवाइयां का किया गया छिड़काव की उच्च स्तरीय जांच करवा कर कार्यवाही करनी चाहिए। कोरोना महामारी के कारण मजदूरों पर जो मुसीबतों का पहाड़ टूटा है, इस मुश्किल के दौर में सरकार व प्रशासन को मजदूरों से नरमी से पेश आना चाहिए। देश के निर्माण व विकास में मजदूरों का बहुत बड़ा योगदान है। जिस छत के नीचे हम देशवासी रह रहे हैं, वह सब मजदूरों की देन है।
बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को मजदूर पलायन ना हो, उसके लिए मजदूरों के लिए रोजगार देने की व्यवस्था करनी चाहिए और रहने व खाने के लिए तुरंत नगद राहत राशि देनी चाहिये। मजदूरों को सहायता राशि व रोजगार मिलने से मजदूरों का पलायन पर अंकुश लगेगा। अगर कोई प्रवासी मजदूर मजबूरी में अपने घर जाना चाहे तो सरकार को उन्हें स्पेशल ट्रेन व बसों को चला कर जल्द से जल्द घर भेजने की व्यवस्था करनी चाहिए। जिन मजदूरों के घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन हो चुका है सरकार को तुरंत प्रभाव से उन्हें घर भेजना चाहिए। उन्होंने प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि जो मजदूर जहां है वही ही रहे इस भीषण गर्मी में सैकड़ों किलोमीटर दूरियां तय करके पैदल घरों में ना जाए। प्रवासी मजदूरों का पलायन करने से एक्सीडेंट के कारण देश में सकड़ों मजदूरों की मौते हो चुकी है, जो बहुत दुखदाई है और पलायन करने से कोरोना वायरस फैलने व कोई भी घटना होने का डर बना रहता है। प्रवासी मजदूरों के लिए सामाजिक, धार्मिक, व्यापारी, उद्योगपति व जनता खाने की व्यवस्था में लगी हुई है।